बमरौली , इलाहाबाद / लखनऊ : वायु सेना स्टेशन बमरौली में बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल ( BFTS ) में एक उत्कृष्ट समापन समारोह
आयोजित किया गया । 201वीं आर्मी एविएटर्स कोर्स के ये 25 नवोदित उड़ाके पिछले पांच महीनों से इस कोर्स के सफल समापन के लिए कठोर उड़ान और जमीनी प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम में कार्यरत थे ।बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल इलाहाबाद में स्थित भारतीय वायु सेना की एक प्रमुख उड़ान प्रशिक्षण संस्थान है। यह एचपीटी-32 विमान पर पायलटों के प्रारंभिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 16 दिसंबर 1987 को स्थापित किया गया था। 05 जुलाई 1999 को BFTS की भूमिका भारतीय वायुसेना के फ्लाइट कैडेटों को तैयार करने के बजाय भारतीय सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए बदल दी गई । हेलीकॉप्टर पर सेना के अधिकारियों को प्रारंभिक फ्लाइंग प्रशिक्षण देने के लिए 26 दिसंबर 2005 को चेतक हेलीकाप्टरों से स्कूल को फिर से सुसज्जित किया गया था। एयर कमोडोर शंकर श्रीवास्तव, एयर अफसर कमांडिंग वायू सेना स्थल बमरौली इस समारोह के समीक्षा अधिकारी थे। आगमन पर बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल के कमांडिंग ऑफिसर, विंग कमांडर अमित जैन, वायूसेना
मेडल, ने उनकी अगुवाई की।
एयर कमोडोर शंकर श्रीवास्तव गौरवशाली डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कालेज के पूर्व छात्र हैं और एक योग्य उड़ान पर्यवेक्षक रहे हैं। उन्होंने भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर प्रशाखा में जून 1987 में कमीशन प्राप्त किया था। अपने तीन दशकों से अधिक के कार्यकाल में उन्हें वायूसेना के विभिन्न हेलिकॉप्टरों पर 4500 से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव प्राप्त हैं। अपने इस गौरवशाली कार्यकाल के दौरान वायू अधिकारी ने कई कमान संभाले हैं तथा मुख्यालयों में अधिनस्थ पदों को सुशोभित किया है जिनमें एक एम.आई-26 हेलिकॉप्टर इकाई का कमान, संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना में एम.आई-17 हेलिकॉप्टर स्क्वाड्रन का कमान तथा मुख्यालयों के कुछ चुनिंदा पदभार प्रमुख हैं।विदाई समारोह के दौरान, एयर आफिसर ने प्रशिक्षण के दौरान स्नातक अधिकारियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया तथा अव्वल आने वाले अधिकारी को ट्राफी से सम्मानित किया । कैप्टन वरुण ओक को फ्लाइंग में प्रथम, ग्राउंड विषयों में प्रथम तथा सर्वश्रेष्ठ समग्र प्रदर्शन के लिए ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। स्क्वाड्रन लीडर अमित बडयाल को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षक घोषित किया गया और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।सभा को संबोधित करते हुए एयर कमोडोर शंकर श्रीवास्तव ने सेना के अधिकारियों को बधाई दी, विशेष रूप से ट्राफी जीतने वालों को। उन्होंने युवा अधिकारियों को कुशल हवाबाज में बदलने की अपनी समृद्ध परंपरा के लिए BFTS की प्रशंसा की। विमानन प्रौद्योगिकी में तेजी से आते बदलाव का चर्चा करते हुए उन्होंने इन पायलटों की भूमिका पर प्रकाश डाला तथा उन्हें याद दिलाया "सैन्य हेलिकॉप्टर विमानवाहक के कार्य में त्रुटि के लिए कोई स्थान नहीं है, विशेषतया जब वे मुश्किल में फंसे देशवासियों की जान बचाने में संलग्न हों"। समीक्षा अधिकारी ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को यह सलाह भी दी कि वे स्वयं को भविष्य में आने वाली युद्ध कला के लिए तैयार एवं निपुण रखें। "सेटिंग स्टैंडर्ड" की अपनी परंपरागत उद्देश्य की बखूबी पूर्ति करते हुए देश के लिए होनहार पायलटों की पीढ़ी तैयार करने के लिए उन्होंने बी.एफ.टी.एस. की भी प्रशंसा की।
समापन समारोह 201वीं सेना एविएटर्स कोर्स :- सैन्य हेलिकॉप्टर विमानवाहक के कार्य में त्रुटि के लिए कोई स्थान नहीं है : एयर कमोडोर शंकर श्रीवास्तव
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