अशाेक यादव, लखनऊ। सपा सरकार में मुख्यमंत्री तक के फैसले पलट देने की हैसियत रखने वाले आजम खां पर मौजूदा सरकार की टेढ़ी नजर कहर ढा रही है। शुक्रवार को 11 अन्य मामलों में उनका नाम आने के बाद उनके खिलाफ दर्ज मामलों का शतक पूरा हो गया। उनके खिलाफ 102 नामजद केस दर्ज हो चुके हैं।
वह साल भर से बेटे के साथ सीतापुर की जेल में बंद हैं और पत्नी कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आई हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शुक्रवार को रामपुर में यह तक डाला कि वह देश के इकलौते ऐसे राजनीतिक शख्स होंगे जिनके खिलाफ सौ से अधिक मामले दर्ज हैं।
बेटे अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का मामला हो या फिर दो पैनकार्ड का। कोसी की परती भूमि हो या फिर वक्फ की फर्जी डीड बनाकर शत्रु संपत्ति कब्जाने का आरोप…,सूबे में योगी सरकार आते ही पूर्व मंत्री एवं सपा सांसद मोहम्मद आजम खां निशाने पर आ गए। उनकी घेराबंदी इस तरह से की गई कि आजम की दिनोंदिन मुश्किलें बढ़ने लगीं।
जिसके चलते अब तक उनके खिलाफ सौ से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं। रामपुर में ही नहीं उनके खिलाफ मुरादाबाद, बदायूं, लखनऊ में भी मुकदमे दर्ज हैं। मनी लॉड्रिंग में ईडी की जांच जारी है। वहीं, जलनिगम भर्ती घोटाले में भी एसआईटी रिपोर्ट दे चुकी है। गाजियाबाद के हज हाउस निर्माण में भी घेराबंदी की जा रही है।
सपा सांसद आजम खां पर पाजेब, बकरी, भैंस लूटने से लेकर सरकारी जमीन कब्जाने, नदी की जमीन पर कब्जा करने, शत्रु संपत्ति कब्जाने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, आचार संहिता उल्लंघन, अमर्यादित टिप्पणी करने सरीखी धाराओं में केस दर्ज हैं। डूंगरपुर प्रकरण को लेकर शुक्रवार को ही पुलिस ने मोहम्मद आजम खां पर षणयंत्र रच डकैती, छेड़छाड़, धमकाने, मारपीट, गाली गलौज, तोड़फोड़, बलवा आदि के 11 मामलों में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
जौहर विवि के लिए कूट रचित दस्तावेज तैयार कर शत्रु संपत्ति से लेकर नदी की जमीन तक पर कब्जा करने के आरोप में पूर्व जिला प्रशासन द्वारा शासन के एंटी भू-माफिया पोर्टल पर आजम खां का नाम दर्ज कर उन्हें भू-माफिया घोषित किया जा चुका है।
आजम खां सांसद हैं, इसलिए कई कानूनी प्रक्रिया आड़े आ रही हैं, वर्ना मुकदमों का शतक तो दूर चार-छह एफआईआर के बाद ही हिस्ट्रीशीट खोल दी जाती। एसपी शगुन गौतम बताते हैं यह मामला अलग है, सांसद से जुड़ा होने के कारण इसमें कई कानूनी अड़चनें हैं, इसी वजह से उनकी हिस्ट्रीशीट नहीं खोली जा सकी है।
आजम खां पर समय-समय पर दर्ज हुए मुकदमों में पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए विवेचना की और चार्जशीट दाखिल की। डूंगरपुर प्रकरण में शुक्रवार को 11 मुकदमो में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। अब इसी के साथ उन पर दर्ज केस की सूची सौ से ऊपर पहुंच गई।
फैक्ट फाइल
-102 मुकदमों में आजम नामजद आरोपी।
-84 मुकदमों में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है पुलिस।
-09 मुकदमें पूर्व में शासन ने चुका है वापस।
-01 केस में विवेचना से नामजदगी झूठी पाई।
-07 केस में लगाई जा चुकी है अंतिम रिपोर्ट।
-01 केस अभी भी विवेचनाधीन।