नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग में रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद ने राजस्थान रॉयल्स को 11 रन से अंतर से हरा दिया. और इस हार के पीछे सबसे बड़ा योगदान रहा राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट के उस फैसले का, जो किसी को भी समझ में नहीं आया. टॉस जीतने के बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 7 विकेट पर 151 रन बनाए. केन विलियमसन ने 63 और एलेक्स हेल्स ने 45 रन बनाए, जवाब में राजस्थान रॉयल्स की टीम कोटे के ओवरों में 6 ओवर में 140 रना ही बना सकी. कप्तान अजिंक्य रहाणे 65 रन बनाकर नाबाद रहे, तो संजू सैमसन ने 40 रनबनाए. हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन को उनकी पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया.किसी को भी यह समझ में नहीं आया कि राजस्थान रॉयल्स के मैनेजमेंट ने अप्रत्याशित तरीके से पिछला मैच जिताने वाले कृष्णा गौतम से पहले नवसिखिए और अंडर-19 के बल्लेबाज महिपाल लोमरोर को अति निर्णायक पलों में बैटिंग के लिए क्यों भेजा. जब 6 ओवर में 56 रन की दरकार थी, तब महिपाल को नंबर छह पर भेजा गया. कृष्णा गौतम से पहले. महिपाल ने इस दौरान 12 गेंदों पर 11 रन बनाए. अगर कृष्णा पहले आते, तो न केवल उन्हें निगाहें जमाने का ज्यादा समय मिलता, बल्कि कौन जानता है कि मैच राजस्थान की झोली में गिर गया होता. राजस्थान मैनेजमेंट का यह फैसला पैरों का कुल्हाड़ी मारने जैसा साबित हुआ. आपको ध्यान दिला दें कि यह वही कृष्णा गौतम हैं, जिन्होंने 22 अप्रैल को सिर्फ 11 गेंदों पर नाबाद 33 रन बनाकर मुंबई इंडियंस से जीता हुआ मैच छीन लिया था.
इस मैच में हार का सबसे ज्यादा मलाल राजस्थान के कप्तान अजिंक्य रहाणे को रहेगा. रहाणे पारी करने उतरे और 65 रन बनाकर आखिर तक नॉटआउट लौटे. उन्होंने 53 गेंद खेलीं और 5 चौके और 1 छक्का लगाया. लेकिन सिर्फ 11 रन के अंतर से वह राजस्थान को जीत नहीं दिला सके और उनकी नाबाद पारी बेकार चली गई.
राजस्थान के लिए 152 के टारगेट का पीछा करते हुए शुरुआती 6 ओवर बहुत ही अहम थे. राहुल त्रिपाठी सस्ते में निपट गए, तो लगा कि राजस्थान का हाल भी हैदराबाद की तरह ही होने जा रहा है, लेकिन इन फॉर्म बल्लेबाज संजू सैमसन का कॉन्फिडेंस इन दिनों अलग ही मुकाम पर है. मैदान पर उतरने के बाद ठीक अगले ही और बासिल थंपी के फेंके चौथे ओवर में संजू ने दो चौके और एक छक्का जड़कर यह सुनिश्चत कर दिया वे पावर-प्ले (शुरुआती 6 ओवर, 30 गज के घेरे के बाहर सिर्फ 2 फील्डर) का फायदा जरूर उठाएंगे. और बहुत हद तक वह इसमें कामयाब भी रहे. राजस्थान इस दौरान एक विकेट पर 43 रन बनाने में कामयाब रहा. इसमें संजू का योगदान 18 गेंदोें पर 27 रन का था.