टीम इंडिया विराट कोहली की कप्तानी में इस बार आईसीसी विश्व कप में खेलने उतरेगी। कोहली ने लगातार शानदार प्रदर्शन से टीम को कई बड़े मुकाबलों में जीत दिलाई है। फैंस की उम्मीदें एक बार फिर से कप्तान के साथ जुड़ी हैं। पूर्व भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि विराट अकेले विश्व कप नहीं जीता सकते। दूसरे खिलाड़ियों को उनके साथ अच्छा प्रदर्शन करना होगा। पीटीआई को दिए इंटरव्यू में तेंदुलकर ने कहा ,’आपके पास हर मैच में उम्दा प्रदर्शन करने वाले कुछ खिलाड़ी होते हैं लेकिन टीम के सहयोग के बिना आप कुछ नहीं कर सकते।
एक खिलाड़ी के दम पर टूर्नामेंट नहीं जीता जा सकता। बिल्कुल नहीं। दूसरों को भी हर अहम चरण पर अपनी भूमिका निभानी होगी। ऐसा नहीं करने पर निराशा ही हाथ लगेगी।’भारत का चौथे नंबर का बल्लेबाजी क्रम अभी तय नहीं है लेकिन तेंदुलकर ने कहा कि मैच हालात के अनुसार इस पर फैसला लिया जा सकता है। उन्होंने कहा ,’हमारे पास ऐसे बल्लेबाज हैं जो इस क्रम पर खेल सकते हैं। यह एक क्रम ही है और इसमें लचीलापन होना चाहिए। मुझे यह कोई समस्या नहीं लगती। हमारे खिलाड़ियों ने इतनी क्रिकेट खेली है कि किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।’
तेंदुलकर ने यह भी कहा कि कलाई के स्पिनर्स की भूमिका इस टूर्नामेंट में अहम होगी। भारत के पास चहल और यादव के रूप में ऐसे दो गेंदबाज हैं हालांकि वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में उतने प्रभावी नहीं रहे। उन्होंने कहा ,’ऐसे कई गेंदबाज हैं जिन्हें बल्लेबाज बखूबी भांप लेते हैं लेकिन फिर भी उन्हें विकेट मिलते हैं। कुलदीप और चहल को ऑस्ट्रेलिया सीरीज को लेकर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने मुथैया मुरलीधरन का उदाहरण देते हुए कहा ,’मुरली ऑफ ब्रेक और दूसरा डालते थे। बल्लेबाज उन्हें भांप भी लें तो भी विकेट मिलते थे।’