जेनेवा। संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को अफगानिस्तान में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को तालिबान की ओर निशाना बनाए जाने पर उसकी आलोचना की उसे चेतावनी दी गई। उन्हाेंने कहा कि अफगानिस्तान में सभी परिवारों को पर्याप्त मात्रा में खाना नहीं मिल रहा है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता रवीना शामदासनी ने कहा कि हम तालिबान को आगाह करते हैं कि शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करने वालों और विरोध प्रदर्शनों को कवर करने वाले पत्रकारों के प्रति बल प्रयोग और मनमाने ढंग से उन्हें हिरासत में लेना तत्काल प्रभाव से बंद करे।
प्रवक्ता ने कहा अगस्त में तालिबानी सशस्त्र लड़ाके भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोला-बारूद और चाबुक का इस्तेमाल कर रहे थे, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी थी। तालिबान ने 1996 से 2001 के शासनकाल की तुलना में अब की बार अधिक उदारवादी शासन का वादा किया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वे विरोध प्रदर्शनों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस सप्ताह की शुरुआत में सशस्त्र तालिबान ने हेरात सहित पूरे अफगानिस्तान के शहरों में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया, जहां दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सुश्री शमदासानी ने कहा कि मानवाधिकार कार्यालय को भी विश्वसनीय रिपोर्ट मिली थी कि तालिबानी बंदूकधारियों ने पिछले महीने राष्ट्रीय ध्वजारोहण समारोह के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश में एक व्यक्ति और एक लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
उन्होंने कहा कि बुधवार को कम से कम पांच पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया और दो को कई घंटों तक बुरी तरह पीटा गया। शरमदासनी ने कहा कि एक पत्रकार ने बताया कि उसे सिर में लात मारी गयी थी और उससे का गया कि आप भाग्यशाली हैं कि आपका सिर नहीं काटा गया।
उन्होंने कहा कि वहां पत्रकारों को डराया और धमकाया जा रहा है जो केवल अपना काम करने का प्रयास में लगे हुए हैं। इस बीच विश्व खाद्य कार्यक्रम ने चेतावनी दी कि अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर 93 प्रतिशत परिवारों को पर्याप्त मात्रा में भोजन नहीं मिल रहा है।