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संपत्ति के विवाद को लेकर सगे भाई ने बड़े भाई को उतारा मौत के घाट

सीतापुर। मोहम्मद सादिक की हत्या के बाद उनकी पत्नी महजबी का रो-रोकर बुरा हाल था। महजबी ने बताया कि मोहम्मद सादिक ने रोजा रखा था। मौसम गर्म होने के कारण वो घर में ही आराम कर रहा था। शाम पांच बजे यह कहकर घर से निकला, कि बाजार जा रहे हैं। जिसके बाद मोहम्मद सादिक बाइक लेकर घर से निकल लिया। उसके करीब डेढ़ घंटे बाद साढ़े छह बजे के वक्त मोहम्मद सादिक उजागर लाल इंटर कॉलेज के निकट था। इसी बीच हमलावरों ने उसे रोककर मार डाला। पत्नी कह रही थी, कि अगर उसे पता होता, तो कभी घर से बाहर जाने ही नहीं देती। हत्यारे मोहम्मद सादिक को मौत के घाट उतारकर फरार हो चुके थे,

लेकिन मृतक के शव की शिनाख्त करने वाला कोई नहीं था। सीओ योगेंद्र सिंह व कोतवाल अंबर सिंह इस बात को लेकर परेशान थे, कि शव की शिनाख्त कैसे हो। क्योंकि पुलिस के सामने मृतक व हमलावर दोनों ही अज्ञात थे। इसी बीच पुलिस ने शव की तलाशी ली, तो मोबाइल फोन निकला। फोन में मौजूद नंबरों के आधार पर पुलिस ने कई कॉल की। इसी बीच एक कॉल मृतक की पत्नी महजबी के फोन पर पहुंची। महजबी से संपर्क होते ही पुलिस को मृतक का नाम व पता मिल सका। हत्यारे करीब साढ़े छह बजे मोहम्मद सादिक को मौत के घाट उतार चुके थे। पुलिस ने मोहम्मद सादिक की पत्नी महजबी को कॉल करके जिला अस्पताल बुला लिया था। पत्नी बदहवास सी, बार-बार यही पूछ रही थी, कि आखिर बात क्या है।

पुलिस के सामने समस्या यह थी, कि वह कैसे बताए कि महजबी के पति की हत्या की जा चुकी है। आखिरकार जब परिवार के काफी लोग पहुंच गए। तब पुलिस ने पत्नी को उसके पति की हत्या की सूचना दी। जिसके बाद अस्पताल में हाय तौबा मच गयी।कोतवाल अंबर सिंह का कहना है कि मोहम्मद सादिक मूल रूप से पिसावां कस्बे का निवासी है। मन्नी चैराहे के निकट रहकर वह रिक्शे चलवाने का काम करता है। साथ ही ई रिक्शा भी चलाता है। इधर पत्नी महजबी ने बताया कि संपत्ति को लेकर सन्ने से मोहम्मद सादिक का विवाद चल रहा है। उजागर लाल कॉलेज के निकट हत्या के बाद पुलिस वारदात से जुड़े साक्ष्य एकत्र करने के लिए उस क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। यह पता किया जा रहा है कि कहीं किसी सीसीटीवी में हत्या की वारदात तो कैद हुई है या नहीं।

वहीं इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि हत्यारे वारदात के बाद किस दिशा में भागे हैं। हत्या में स्कूटी इस्तेमाल हुई है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था, कि स्कूटी पर नंबर था, या नहीं था। कुछ लोगों का कहना है कि स्कूटी की नंबर प्लेट पर कोई नंबर नहीं था। जबकि कुछ का कहना था नंबर नहीं था। मोहम्मद सादिक की हत्या के बाद जहां पत्नी महजबी अपने ही देवर सन्ने पर हत्या का आरोप लगा रही थी। वहीं पुत्र सादिक बार-बार यह कह रहा था, आखिर चाचू ने अब्बू को क्यों मारा। उसका सवाल सुनकर परिवार का कोई भी सदस्य जवाब नहीं दे पा रहा था।

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