अशाेक यादव, लखनऊ। संत रविदास की 644वीं जयंती पर उनके जन्मस्थान वाराणसी में आज धर्म और राजनीति का संगम हो रहा है। संत निरंजन दास निसान साहब के आरोहण से सुबह आठ बजे कार्यक्रमों की शुरुआत हुई।
जयंती उत्सव के लिए तैयार विशाल मंच पर स्वर्ण पालकी में अमृतवाणी को प्रतिष्ठित किया गया। इस मौके पर देश के विभिन्न प्रांतों से भक्त और संत प्रतिनिधि जुटे हैं। कई राजनीतिक हस्तियां भी कार्यक्रम में पहुंच रही हैं।
धर्मेन्द्र प्रधान और प्रियंका गांधी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी संत रविदास मंदिर पहुंचे। उन्होंने वहां पूजा की।
संत रविदास जयंती में शामिल होने आए भीम आदमी के चंद्रशेखर रावण ने कहा कि जब तक बेगमपुरा का सपना साकार नहीं होता तब तक हम संत रविदास के सच्चे सपूत नहीं।
भीम आर्मी के चंद्रशेखर रावण भी संत रविदास उत्सव स्थल पर पहुंचे।
प्रियंका गाधी ने सभा स्थल में अपने संबोधन में कहा कि रविदास ने सच्चे धर्म की स्थापना की।
सच्चे धर्म में राजनीति नहीं होती। वह लोगों में प्रेम का संदेश देता है। सेवा का भाव जाग्रत करता है। आपस में जोड़ता है।