नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे है, केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए के भीतर बगावती सुर भी बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामला एनडीए (NDA) के सहयोगी शिवसेना से जुड़ा है. शिवसेना ने बृहस्पतिवार को नोटबंदी समेत अन्य मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. पार्टी यहीं नहीं रुकी, बल्कि एनडीए से अलग होने की धमकी भी दे डाली. शिवसेना ने कहा,’वह पहले भी अकेले चली थी और आगे भी चल सकती है’. शिवसेना सदस्य आनंद राव अड़सुल ने कहा कि सरकार को अपनी गलतियां स्वीकार करनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है. हमारे एक नेता ने कहा है कि शिवसेना सरकार में नहीं, बल्कि उस राजग में है जिसे अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, बालासाहेब ठाकरे, प्रमोद महाजन ने बनाया था. अभी हम राजग में हैं, लेकिन आगे पता नहीं कि क्या होगा.
शिवसेना सदस्य ने कहा था कि बालासाहेब ने शिवसेना इसलिए नहीं बनाई थी कि भाजपा के साथ सरकार बनाना है. ‘हम पहले भी अकेले चल रहे थे और अब उद्धव जी भी बालासाहेब की तरह पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं और हम भी आगे अकेले चल सकते हैं’. उन्होंने कहा कि अकेले चलने की एक अच्छा उदाहरण ममता बनर्जी हैं. शिवसेना नेता ने कहा कि हमारे साथ क्या व्यवहार हुआ है वो सब जानते हैं. आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा (BJP) की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के काबिना मंत्री ओम प्रकाश राजभर लगातार पार्टी को आंखें दिखाते रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए फिट उम्मीदवार करार दिया था. इसके बाद उनके भाजपा से अलग होने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर पूछे जाने पर राजभर ने कहा था कि राहुल इस पद के लिये उपयुक्त व्यक्ति हैं. फिर भी जनता मालिक है, वह जिसे चाहेगी वही प्रधानमंत्री बनेगा. हर व्यक्ति में गुण होता है, राहुल में भी है, जिस तरह वर्तमान समय में केंद्र सरकार चल रही है, राहुल भी उसी तरह सरकार चलाएंगे. दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. बीजेपी की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी अकाली दल ने गुरुद्वारा मामले में दखलअंदाजी को लेकर अल्टीमेटम दिया है और कहा कि बीजेपी ने अगर तख्त, गुरुद्वारा मामले में दखलंदाजी बंद नहीं की तो गठबंधन हमारे लिए मायने नहीं रखेगा. हम बीजेपी सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे.