लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी वक्फ संपत्तियों पर होने वाले कार्यक्रमों में भारत माता की जय का नारा लगाने का आदेश दिया है. पिछले शनिवार को वक्फ बोर्ड की ओर से जारी आदेश में यह चेतावनी भी दी गई कि यदि आदेश का अनुपालन नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में शिया वक्फ बोर्ड चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा, ”शिया वक्फ बोर्ड ने 15 अगस्त के संबंध में एक आदेश जारी किया है. इसमें राष्ट्रगान के बाद अनिवार्य रूप से भारत माता की जय का नारा लगाने का आदेश दिया गया. वक्फ बोर्ड की सभी परिसंपत्तियों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में ये लागू होगा. जो भी इसका पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
इस आदेश में यह भी कहा गया कि इस आदेश का पालन कराना केयरटेकर और मैनेजिंग कमेटी का दायित्व होगा. इसके साथ ही बोर्ड चीफ ने यह भी कहा कि भारत को अपना मादरे-वतन कहने में मुस्लिमों को कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि लोग भारत को मादरे-वतन कहते हैं तो फिर भारत माता की जय के नारे के विरोध का कोई मतलब नहीं रह जाता.
इससे पहले वसीम रिजवी ने मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बयान का समर्थन किया था. दरअसल पिछले दिनों अलवर में गो-तस्करी के शक में भीड़ द्वारा कथित रूप से पिटाई के कारण एक शख्स रकबर खान(28) की मौत होने के बाद मॉब लिंचिंग पर इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि अगर देश के लोग बीफ खाना बंद कर दें तो देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं रुक जाएंगी. इसका शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने भी इंद्रेश कुमार के बयान का समर्थन करते हुए कहा था, ”मुस्लिमों को बीफ खाना बंद कर देना चाहिए. गो-हत्या बंद होनी चाहिए. इस्लाम में भी गाय का मीट ‘हराम’ है. आप मॉब लिंचिंग को रोक नहीं सकते क्योंकि हर जगह सुरक्षा के बंदोबस्त नहीं किए जा सकते. लिहाजा ऐसा कानून बनाना चाहिए जिससे गो-हत्या करने वाले को सख्त से सख्त सजा मिले.”
इसके साथ ही वसीम रिजवी ने यह भी कहा, ”इंद्रेश कुमार का बयान अहम है. किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए. यदि गाय की हत्या के संबंध में कानून बन जाएगा तो मॉब लिंचिंग रुक जाएगी. किसी समुदाय ने यदि किसी को मां का दर्जा दिया है तो आप उसकी हत्या नहीं कर सकते.” उल्लेखनीय है कि आरएसएस के संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने यह भी कहा था, ‘देश में मॉब लिंचिंग का स्वागत नहीं किया जा सकता है, लेकिन लोग गाय का मीट खाना बंद कर दें तो इस तरह के अपराधों पर लगाम लग सकती है.’