अशाेक यादव, लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के तहत 22 हजार पदों को जोड़कर नियुक्ति पत्र देने की मांग पर अड़े अभ्यर्थियों की हालत बिगड़ने लगी है। दो माह से चल रहे आंदोलन में आठ अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर हैं और आठ पानी की टंकी पर चढ़े हैं। नीचे करीब 500 अभ्यर्थी हैं।
निशातगंज बेसिक शिक्षा निदेशालय के शिविर कार्यालय के पीछे चल रहे इस प्रदर्शन के दौरान गुरुवार को भूख हड़ताल पर बैठे अभ्यर्थी योगेश की तबियत ज्यादा बिगड़ गयी, वहीं निधि बेहोश हो गयी। दोनों को अस्पताल ले जाना पड़ा। इसी बीच पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे। उन्होंने पानी की टंकी पर चढ़कर अभ्यर्थियों से बातचीत की। फिर मीडिया से कहा कि सरकार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय कर रही है।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि अभ्यर्थियों की मांग पूरी तरह से जायज है। जब सुपर टेट में इन्होंने अच्छे नंबर पाए हैं। न्यूनतम अर्हता से अधिक अंक है तो इन्हें भर्ती देनी चाहिए, दो-दो हजार भर्ती का समायोजन कर इन्हें नौकरी देनी चाहिए। शौचालय, पानी की सुविधा भी न देना खराब व्यवहार है। इससे कभी भी कोई भी घटना हो सकती है। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि हृदयहीनता छोड़कर इन्हें न्याय दें।
अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार को ध्यान देना चाहिए कि न्यायालय ने 1.37 लाख पदों को दो भर्ती प्रक्रिया के तहत भरने का आदेश दिया था, ऐसे में शेष पद अगली भर्ती में क्यों? सरकार के अनुसार प्रदेश में करीब ढाई लाख पद खाली हैं, इनमें 22 हजार खाली पदों के अलावा भी अनेक पद ऐसे हैं जिन पर सरकार भर्ती कर सकती है।