अशाेक यादव, लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग में 69000 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के तहत 22 हजार पदों को जोड़कर नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है।
राजधानी में पिछले 67 दिनों से लगातार जारी प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों का अभी तक कोई हल नहीं निकला है। काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास और भाजपा कार्यालय का घेराव किया, इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस ने बलपूर्वक अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया, इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों को चोटे भी आयी है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट लागू कर नियुक्ति की जानी चाहिए। प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों ने विभाग के खिलाफ नाराजगी जताई। अभ्यर्थियों ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग की अनदेखी की वजह से भर्तियां नहीं हो पा रही हैं। हम बीते कई महीनों से मंत्री से मुख्यमंत्री तक को मांग पत्र दे चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। थक हारकर हमें मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ रहा है। हम तब तक प्रदर्शन करेंगे। जब तक हमारी मांगों को मान नहीं लिया जाएगा।
इससे पहले सभी अभ्यर्थी अचानक मुख्यमंत्री आवास बीते 12 जुलाई को पहुंच गए थे। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों को देखकर पुलिस के हाथ पांव फूल गए थे। आनन-फानन में पुलिस ने सभी को हटाया था। प्रदर्शनकारियों में वह लोग ज्यादा थे, जो भर्ती प्रक्रिया में शामिल भी नहीं हुए।
वहीं दूसरी ओर बेसिक शिक्षा निदेशालय के पीछे पानी की टंकी पर चढ़े अभ्यर्थी नीचे उतरने का नाम नहीं ले रहें हैं, साथ ही आठ अभ्यर्थियों की लगातार भूख हड़ताल जारी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया जायेगा तब वह अपनी भूख हड़ताल जारी रहेंगे।