राहुल यादव, लखनऊ।
बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने पंचायत चुनाव के दौरान सिर्फ 3 शिक्षकों की ही मौत के सरकार के दावे को झूठ करार दिया। कहा कि सरकार ने शिक्षको का सम्मन भी छीन लिया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, पंचायत चुनाव में ड्यूटी करते हुए मारे गए 1621 शिक्षकों की उप्र शिक्षक संघ द्वारा जारी लिस्ट को संवेदनहीन यूपी सरकार झूठ कहकर मृत शिक्षकों की संख्या मात्र 3 बता रही है।
शिक्षकों को जीते जी उचित सुरक्षा उपकरण और इलाज नहीं मिला और अब मृत्यु के बाद सरकार उनका सम्मान भी छीन रही है।
बताते चलें कि टीचरों, कर्मचारियों की कोरोना से मौत सरकार ने नहीं मानी हैं। यूपी सरकार का कहना है कि कोरोना से सिर्फ 3 टीचरों की मौत हुई है। वहीं, शिक्षक कर्मचारी संघों का दावा है कि पंचायत चुनाव के दौरान 1671 मौतें हुई हैं, जिसमें करीब 800 शिक्षकों की कोरोना से मौत हुई है।
गौरतलब है कि मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के जारी प्रेस नोट कहा गया है कि राज्य निर्वाचन आयोग उ0प्र0 द्वारा निर्गत गाइडलाइन के अनुसार निर्वाचन अवधि की गणना मतदान, मतगणना संबंधी प्रशिक्षण एवं मतदान, मतगणना कार्य हेतु कर्मचारी के निवास स्थान से ड्यूटी स्थल तक पहुंचने तथा ड्यूटी समाप्त कर उसके निवास स्थान तक पहुंचने की अवधि तक मान्य है । इस अवधि में किसी भी कारण से हुई मृत्यु की दशा में अनुग्रह राशि अनुमन्य है जिसका निर्धारण राज्य निर्वाचन आयोग करेगा । राज्य निर्वाचन आयोग की उपरोक्त गाइडलाइन के अनुसार जिलाधिकारियों ने राज्य निर्वाचन आयोग को अभी तक 03 शिक्षकों के मृत्यु की प्रमाणित सूचना प्रेषित गयी है । मृतकों के पारिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना है तथा मृतकों को अनुमन्य अनुग्रह राशि का भुगतान उनके परिजनों को शीघ्र कराया जायेगा । राज्य सरकार कोविड महामारी की रोकथाम हेतु युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है ।
साथ ही अपील भी की है कि किसी भी भ्रामक एवं तथ्यों के विपरीत प्रकाशित खबरों से भ्रमित न हो तथा कोविड के रोकथाम के लिए राज्य सरकार के प्रयास में सहयोग प्रदान करें ।