नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों से दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी प्रमुख अमित शाह बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्रियों से मिले, जिसे ‘थैंक्स गिविंग’ कहा गया. इसके बाद अमित शाह ने NDA के सहयोगियों के साथ रात के खाने पर मुलाकात का आयोजन रखा. दिल्ली के अशोक होटल में ये एक तरह से आगे रणनीति बनाने की एक मुलाकात भी मानी जा सकती है. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में अपने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की तुलना ‘तीर्थयात्रा’ से की. उन्होंने कहा कि यह चुनाव केवल पार्टी ने नहीं बल्कि जनता ने भी लड़ा.
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को पिछले पांच वर्षो में उनके कामकाज एवं सरकार की कल्याण योजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए एक टीम की तरह से काम करने के लिए आभार प्रकट किया. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने कई चुनाव देखे हैं, लेकिन यह चुनाव राजनीति से परे है. इस चुनाव को जनता तमाम तरह की दीवारों को लांघकर लड़ रही थी. मैंने कई विधानसभा चुनाव और पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान में हिस्सा लिया है. इस दौरान देशभर का दौरा भी किया. इस बार का चुनाव-प्रचार मुझे ऐसा लगा कि जैसे तीर्थयात्रा हो.’ उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए राजग के एकजुट होकर काम करने पर जोर दिया.
बाद में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने टीम मोदी सरकार को पिछले पांच वर्षो के दौरान उनके कठिन परिश्रम और उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए बधाई दी.’ उन्होंने कहा कि हम नए भारत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस गति को बनाए रखें. लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल में राजग को बहुमत मिलने के पूर्वानुमान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से मुलाकात की. इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित राजग सरकार में घटक दलों के मंत्री भी शामिल हुए.
इसमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, रामविलास पासवान, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, रविशंकर प्रसाद, राधामोहन सिंह, हरसिमरत कौर बादल और अनुप्रिया पटेल भी शामिल थे. मंगलवार को ही BJP अध्यक्ष अमित शाह की पहल पर राजग के शीर्ष नेताओं के साथ रात्रिभोज पर बैठक हुई.राजग की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीसामी तथा लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, शिवसेना के उद्धव ठाकरे शामिल हुए. बैठक में शिरोमणि अकाली दल का प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पार्टी नेता सुखबीर सिंह बादल ने किया.
राजग नेताओं ने उम्मीद जाहिर की कि एक्जिट पोल की तरह ही 23 मई को मतगणना के बाद केंद्र में भाजपा के नेतृत्व में मजबूत सरकार बनेगी. बता दें कि 2014 में बीजेपी ने अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पाया था. तीन दशकों में किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए ये पहला मौका था, लेकिन इस बार हालाकि 14 में से 12 एक्जिट पोल बीजेपी और उसके सहयोगियों को बहुमत दे रहे हैं, फिर भी ये माना जा रहा है कि पार्टी को बहुमत के लिए सहयोगियों की मदद चाहिए होगी. तभी अमित शाह ने चुनाव के पहले शिवसेना और नीतीश जैसे सहयोगियों से सारे मनमुटाव दूर किए थे.