अहमदाबाद / लखनऊ : भाजपा में शामिल होने के तीन महीने बाद ही कांग्रेस के पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह वाघेला ने नाता तोड़ लिया. उन्होंने इतने कम समय मे ही भाजपा का दामन छोड़ दिया है. वह गुजरात में कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला के बेटे हैं. महेंद्र सिंह ने पार्टी से अपना इस्तीफा गुजरात के भाजपा प्रमुख जीतू वघानी के पास गुरुवार को भेजा. अचानक भाजपा छोड़ने के अपने फैसले के बारे में उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि वह ‘निजी कारणों’ से पार्टी छोड़ रहे हैं. महेंद्र सिंह पहले उत्तरी गुजरात के बायद सीट से कांग्रेस के विधायक थे लेकिन उन्होंने पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ दिया और इस साल जुलाई में भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने 2017 के चुनाव में हिस्सा नहीं लिया था.शंकर सिंह वाघेला ने कुछ दिनों पहले यह इच्छा जताई थी कि वह देश में भाजपा के खिलाफ 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले क्षेत्रीय पार्टियों के समन्वयक की भूमिना निभाना चाहते हैं. पिछले महीने शंकर सिंह ने दावा किया था कि उनके समर्थकों ने उनसे अपील की है कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ लड़ने वाली पार्टियों को एकबद्ध करें. पिछले साल अगस्त में शंकर सिंह अपने बेटे महेंद्र सिंह सहित सात अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ राज्य सभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोटिंग की थी और इसके बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
शंकर सिंह वाघेला के बेटे पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह वाघेला ने तीन महीने में ही बीजेपी से नाता तोड़ लिया
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