तत्काल संदेश भेजने वाला ऐप व्हाट्सएप ने अपने विवादास्पद गोपनीयता नीति को आगे बढ़ाने के फैसले की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद शुक्रवार को कहा कि उसने व्यक्तिगत बातचीत की गोपनीयता की सुरक्षा को लेकर अपनी प्रतिबद्धता से भारत सरकार को अवगत करा दिया है।
व्हाट्सएप ने पिछले महीने जारी नये गोपनीयता नीति अपडेट में कहा था कि वह उपयोगकर्ताओं के डेटा को मूल कंपनी फेसबुक तथा समूह की अन्य कंपनियों के साथ साझा कर सकती है। इसके बाद कंपनी विवादों में घिर गयी। भारत सरकार ने भी व्हाट्सएप को तलब कर सवाल पूछे।
इसके बाद उपयोगकर्ता तेजी से व्हाट्सएप को छोड़ प्रतिस्पर्धी ऐप टेलीग्राम और सिग्नल को अपनाने लगे। इसके चलते मजबूर होकर व्हाट्सएप ने नई नीति पर अमल को मई तक के लिये टाल दिया था। हालांकि अब कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि वह नई नीति पर अमल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
व्हाट्सएप ने ईमेल के माध्यम से पीटीआई-भाषा को दिये एक बयान में कहा, ”भ्रामक सूचनाओं तथा उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर हमने व्हाट्सएप की नयी सेवा व गोपनीयता नीति को स्वीकार करने की समयसीम को 15 मई तक के लिये टाल दिया है। इस बीच हम सरकार के साथ हम संवाद करेंगे।
हम सरकार के सवालों का जवाब देने का अवसर पाकर आभारी हैं।” व्हाट्सएप ने कहा कि उसने सरकार को व्यक्तिगत बातचीत की गोपनीयता को लेकर अपनी प्रतिबद्धता से अवगत करा दिया है।
शुक्रवार को एक ब्लॉगपोस्ट में व्हाट्सएप ने कहा कि आने वाले हफ्तों में ऐप में एक बैनर प्रदर्शित किया जायेगा, जो अधिक जानकारी प्रदान करेगा। यूजर इसे अपनी गति से पढ़ सकते हैं। हालांकि कंपनी ने स्पष्ट किया कि उसने हलिया विवादित नीति में कोई बदलाव नहीं किया है। उसने कहा, ”हमने इसे नया रूप दिया है, लेकिन सेवा की शर्तें और गोपनीयता नीति पहले जैसी हैं।”