नई दिल्ली : राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 205 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान रॉयल्स को 64 रन से करारी शिकस्त झेलने को मजबूर होना पड़ा है. चेन्नई सुपर किंग्स के मजबूत स्कोर के सामने पावर प्ले (शुरुआती 6 ओवर) में राजस्थान ने तीन विकेट क्या गंवाए, टीम आखिर तक इन सदमों से नहीं ही उबर सकी. बीच में आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी बेन स्टोक्स् (45) और जोस बटलर (22) ने राजस्थान को कुछ सहारा देने की कोशिश जरूर की, लेकिन ये भी एक हारी हुई लड़ाई ही लड़ रहे थे.नतीजा यह रहा कि लगातार नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे और राजस्थान की टीम 18.3 ओवरों में 140 रन ही ढेर हो गई. और टी-20 के लिहाज से हुए 64 रन के बहुत ही विशाल अंतर से हार झेलनी पड़ी. चेन्नई के लिए दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, ड्वेन ब्रावो और टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेल रहे लेग स्पिनर कर्ण शर्मा ने दो-दो विकेट लिए. शेन वॉटसन और इमरान ताहिर को एक-एक विकेट मिला. शेन वॉटसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
चेन्नई सुपर किंग्स से मिले 205 के मजबूत टारगेट को हासिल करने के लिए राजस्थान के लिए न केवल ठोस बल्कि तेज शुरुआत एकदम अनिवार्य सी बात थी. लेकिन जब सलामी बल्लेबाज हेनरिच क्लासेन (7) और पिछले मैचों तक बहुत ही शानदार बल्लेबाजी करने वाले संजू सैमसन (2) जब एक बार पवेलियन लौट गए, तो राजस्थान की पूरी प्लानिंग ही बिगड़ गई. इस पर भी अगर कुछ कसर बाकी बची थी, तो दीपक चाहर ने अपना दूसरा विकेट लेते हुए अजिंक्य रहाणे (16) की पांचवें ओवर में गिल्लियां बिखेर कर पूरी कर दी. नतीजा यह रहा कि राजस्थान का प्लान ए (पावर-प्ले, शुरुआती 6 ओवर) को भुनाने का प्लान टांय-टांय फिस्स हो गया. इन ओवरों में राजस्थान 3 विकेट पर केवल 35 ही रन बना सका.
चोटिल होने के कारण पिछले दो मैचों में नहीं खेलने वाले सुरेश रैना ने दिखाया कि वह चेन्नई के लिए कितने महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं. हालांकि शुरुआत में वह थोड़े सतर्क दिखाई पड़े, लेकिन जल्द ही उन्होंने चिर-परिचित लय हासिल कर ली. रैना थोड़ा दुर्भाग्यशाली रहे कि 4 रन से अर्धशतक से चूक गए, लेकिन उन्होंने 29 गेंदों पर 46 रन बनाकर अपनी अहमियत बहुत ही अच्छी तरह साबित की.
जहां एक छोर पर विकेट गिरे रहे, या स्कोरगति धीमी रही, तो शेन वॉटसन के बल्ले ने शुरुआत से ही आग उगली, पहले उन्होंने सिर्फ 28 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा. वॉटसन ने छक्का जड़कर अपना पचासा पूरा किया. इसके बाद उन्होंने रैना के साथ दूसरे विकेट लिए बहुमूल्य 81 रन जोड़े. रैना के आउट होने के बाद कप्तान धोनी (5) और बिलिंग्स (3) के रूप में चेन्नई को एकदम से दो झटके लगे, लेकिन वॉटसन के अंदाज पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. और उन्होंने जल्द ही 51 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. वॉटसन 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हुए, लेकिन तब तक वह अपने काम को बखूबी अंदाज में अंजाम दे चुके थे.