रोहित शर्मा के नाम पर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिकॉर्ड तीन दोहरे शतक दर्ज हैं और यह सलामी बल्लेबाज 30 मई से शुरू होने वाले विश्व कप में लंबी पारियां खेलने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करके सौरव गांगुली के 20 साल पुराने भारतीय रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश करेगा। रोहित ही नहीं शीर्ष क्रम के अन्य दो बल्लेबाज कप्तान विराट कोहली और शिखर धवन भी बड़ी पारी खेलकर विश्व कप में एक पारी में सर्वोच्च स्कोर का भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम पर करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हर चार साल में होने वाले क्रिकेट महाकुंभ में यूं तो दो दोहरे शतक लगे हैं लेकिन भारत की तरफ से सर्वोच्च स्कोर 183 रन है जो गांगुली ने 1999 में टांटन में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था।
इसके बाद विश्व कप में केवल दो अवसरों पर भारतीय बल्लेबाजों ने 150 के स्कोर को पार किया। इंग्लैंड की पिचों के बारे में कहा जा रहा है कि वह इस समय बल्लेबाजों के अधिक अनुकूल हैं और उन पर एक पारी में 500 का स्कोर भी बन सकता है। ऐसे में भारतीय शीर्ष क्रम के किसी बल्लेबाज से बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही है। इनमें रोहित प्रमुख हैं जो वनडे में अब तक रिकॉर्ड सात बार 150 या इससे अधिक का स्कोर बना चुके हैं और उनका उच्चतम स्कोर 264 रन है जो विश्व रिकॉर्ड है। रोहित का विश्व कप में उच्चतम स्कोर हालांकि 137 है जो उन्होंने चार साल पहले मेलबर्न में बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था। धवन ने भी मेलबर्न में ही 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 137 रन की पारी खेली थी जो उनका विश्व कप में सर्वोच्च स्कोर है।
धवन ने लिस्ट ए में एक बार 248 रन बनाए थे लेकिन यह बाएं हाथ का बल्लेबाज वनडे में अभी तक 150 रनसंख्या को नहीं छू पाया है। जहां तक कप्तान कोहली का सवाल है तो विश्व कप में उनके नाम पर दो शतक दर्ज हैं लेकिन उनका सर्वोच्च स्कोर 107 रन है जो उन्होंने 2015 में पाकिस्तान के खिलाफ एडिलेड में बनाया था। कोहली ने वैसे वनडे में चार बार 150 से अधिक का स्कोर बनाया है और उनका उच्चतम स्कोर 183 रन है। भारतीय कप्तान विश्व कप में मददगार परिस्थितियों का फायदा उठाकर दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में अपना नाम लिखवाने की कोशिश करेंगे। भारत की वर्तमान टीम में से मध्यक्रम के बल्लेबाजों में केवल महेंद्र सिंह धोनी को ही विश्व कप में खेलने का अनुभव है। उन्होंने इस प्रतियोगिता में तीन अर्द्धशतक लगाए हैं जिनमें उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 91 है।
वीरेंद्र सहवाग के पास 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में गांगुली का रिकॉर्ड तोड़ने का सुनहरा मौका था लेकिन वह कपिल देव की 1983 में खेली गई ऐतिहासिक नाबाद 175 रन की पारी की बराबरी करके पवेलियन लौट गए। सचिन तेंदुलकर ने 2003 में नामीबिया के खिलाफ पीटर मैरिटजबर्ग में 152 रन बनाए थे। वनडे में पहला दोहरा शतक जड़ने वाले तेंदुलकर का यह विश्व कप में सर्वोच्च स्कोर भी है। विश्व कप में अब तक केवल दो बल्लेबाज दोहरे शतक लगा पाए हैं। इस प्रतियोगिता में सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल के नाम पर है जिन्होंने 2015 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ वेलिंगटन में नाबाद 237 रन बनाए थे। इसी विश्व कप में वेस्ट इंडीज के धाकड़ बल्लेबाज क्रिस गेल ने जिंबाब्वे के खिलाफ कैनबरा में 215 रन की पारी खेली थी।