नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में 1-2 से हार के बाद विराट कोहली ने बड़ा फैसला लिया है। शनिवार शाम को विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ दी है। विराट कोहली ने ट्विटर पर कर इसका ऐलान किया।
विराट कोहली ने अपने संदेश में लिखा कि पिछले सात साल से लगातार कड़ी मेहनत और हर रोज टीम को सही दिशा में पहुंचाने की कोशिश रही। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया और कोई भी कसर नहीं छोड़ी। लेकिन हर सफर का एक अंत होता है, मेरे लिए टेस्ट की कप्तानी को खत्म करने का यही सही वक्त है।
विराट कोहली ने कहा कि मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उसने इतने लंबे समय तक मुझे अपने देश की अगुआई करने का मौका दिया। इसके साथ ही मैं अपने साथियों का भी शुक्रिया करना चाहता हूं जिन्होंने पहले दिन से ही मेरे विजन पर भरोसा किया और किसी भी स्थिति में हथियार नहीं डाले। आपने मेरे सफर को यादगार और खूबसूरत बना दिया है।
रवि भाई और सपोर्ट ग्रुप इस गाड़ी के इंजिन के तौर पर रहे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को लगातार ऊंचा उठाया है। आप सबने मेरे विजन को हकीकत में बदलने में अहम भूमिका निभाई है। आखिर में एमएस धोनी को बहुत ज्यादा शुक्रिया, जिन्होंने मुझ पर एक कप्तान के तौर पर बहुत ज्यादा भरोसा किया है। उन्होंने मुझे इस लायक समझा कि मैं भारतीय क्रिकेट को आगे लेकर जा सकता हूं।’
साउथ अफ्रीका सीरीज से पहले विराट कोहली को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था। चयनकर्ताओं ने अपने बयान में कहा था कि हमने कोहली को टी-20 की कप्तानी छोड़ने से मना किया था, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी और सफेद बॉल के दो कप्तान नहीं हो सकते। वहीं, विराट ने टी-20 वर्ल्ड कप के शुरू होने से कुछ ही समय पहले कह दिया था कि वह अब इस फॉर्मेट में टीम का कमान नहीं संभालेंगे और केवल टेस्ट और वनडे फॉर्मेट की कप्तानी पर ध्यान देंगे।
ऐसा रहा टेस्ट कप्तानी का सफर
विराट कोहली को 2014 में महेंद्र सिंह धोनी के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कप्तानी छोड़ने के बाद टेस्ट कप्तान बनाया गया था। विराट कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की जिसमें से 40 मैचों में उन्हें जीत मिली जबकि 17 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। 11 मैच ड्रॉ रहे। उनकी कप्तानी में ही भारत ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टेस्ट सीरीज में मात दी और इतिहास रचा। कोहली की कप्तानी में ही टीम आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची। लेकिन, जीत हासिल नहीं कर सकी। उनकी कप्तानी ने टीम ने टेस्ट में नंबर-1 रैंकिंग हासिल की।
विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने सेंचुरियन में पहली बार साउथ अफ्रीका को मात दी। टेस्ट में उनकी जीत का प्रतिशत 58.82 रहा। कोहली की कप्तानी में भारत ने अपने घर में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई। उनकी कप्तानी ने भारत ने भारत में 11 टेस्ट सीरीज खेलीं और सभी में जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया के अलावा कोहली की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका और वेस्टइंडीज मे भी जीत हासिल की।