आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप को अब करीब दो माह का समय ही शेष है. ज्यादातर क्रिकेट समीक्षकों ने भारत और मेजबान इंग्लैंड को इस चैंपियनशिप में खिताब की सबसे मजबूत दावेदार माना है. हालांकि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की राय इस मामले में अलग है. उन्होंने कहा कि वर्ल्डकप के खिताब की रेस खुली है और किसी भी टीम को खिताब का सीधा-सीधा दावेदार नहीं माना जा सकता. गौरतलब है कि वर्ल्डकप की शुरुआत मई माह के अंत में इंग्लैंड और वेल्स में होनी है. भारतीय टीम इससे पहले वर्ष 1983 में इंग्लैंड में हुए वर्ल्डकप में चैंपियन रह चुकी है.
महान हरफनमौला कपिल देव की कप्तानी में भारत ने यह खिताब जीत हासिल की थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम इंडिया को मिली हार के बाद विराट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह विचार जताए. उन्होंने कहा, ईमानदार से कहूं तो हर टीम वर्ल्डकप में खतरा है. जिस भी टीम को वर्ल्डकप में अच्छी शुरुआत मिल जाए, उसे रोकना बेहद-बेहद मुश्किल होगा. टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, मुझे नहीं लगता कि किसी टीम को वर्ल्डकप में खिताब के लिहाज से पसंदीदा माना जा सकता है. आप वेस्टइंडीज टीम को देखिए, वह किस तरह से उभरकर सामने आई है. अपने संतुलन के लिहाज से वे वर्ल्डकप में खतरा साबित हो सकते हैं. विराट ने कहा, इंग्लैंड भी बेहद मजबूत है,
ऑस्ट्रेलिया भी अब संतुलित टीम नजर आ रही है. हमारी टीम भी मजबूत हैं, न्यूजीलैंड की टीम अच्छी है और पाकिस्तान भी किसी खास दिन किसी भी टीम को हराने की क्षमता रखती है. गौरतलब है कि एरॉन फिंच की ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जिस तरह से वनडे सीरीज में मजबूत भारतीय टीम को मात दी है, उसने हर किसी को चौंकाया है. खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में इस समय दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर नहीं हैं. ये दोनों बॉल टैम्परिंग मामले में एक साल के प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों पर लगा प्रतिबंध इसी माह के अंत में समाप्त होगा. वर्ल्डकप की ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्मिथ-वॉर्नर की वापसी से ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजी और मजबूत हो जाएगी.