भारतीय टीम का एक महीने का कैरेबियाई दौरा सोमवार को समाप्त हो गया। वर्ल्ड कप के बाद 3 अगस्त से शुरू हुए इस दौरे पर भारतीय टीम ने टी-20, वन-डे और टेस्ट, तीनों ही सीरीज में क्लीन स्वीप की और पूरे दौरे में एक भी मैच नहीं गंवाया। विराट के लिए एक बार फिर से वेस्टइंडीज दौरा यादगार रहा और सोमवार को दौरे की समाप्ति पर जमैका में टीम द्वारा वेस्टइंडीज पर 257 रनों की जीत के साथ ही वो भारतीय टेस्ट टीम के सबसे सफल कप्तान बन गए। ये पहली बार नहीं है जब विराट ने वेस्टइंडीज में कोई उपलब्धि हासिल की है। बल्कि वेस्टइंडीज दौरा विराट के लिए हमेशा से खास रहा है और वो हर बार यहां से एक खास याद लेकर ही लौटे हैं। आईए एक नजर डालते हैं विराट की उन खास उपलब्धियों पर जो उन्होंने वेस्टइंडीज दौरे में हासिल की है।
विराट कोहलीविराट ने साल 2011 में अपना टेस्ट डेब्यू कैरेबियाई धरती पर ही किया था। विराट ने धोनी की कप्तानी में टेस्ट सीरीज के पहले ही टेस्ट में जमैका के ही सबीना पार्क में टेस्ट में पदार्पण किया था। हालांकि ये टेस्ट विराट के लिए कुछ खास नहीं रहा था और वे दो पारियों में 19 रन ही बना पाए थे। इस मैच में भारत ने 63 रनों से जीत दर्ज की थी। इसके बाद साल 2016 के दौरे में विराट ने पहली बार टेस्ट में अपना दोहरा शतक लगाया था। विराट ने एंटिगा में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में खास उपलब्धि हासिल की थी। विराट ने 283 गेंदों में अपना पहला दोहरा शतक पूरा किया था। साल 2016 में ही विराट ने एक बड़ी उपलब्धि भी अपने नाम की थी। एंटिगा टेस्ट में दोहरा शतक लगाने के साथ ही वे मोहम्मद अजहरुद्दीन के 26 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए विदेशों में टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए थे। और अब यानी की 2019 में दौरे की समाप्ति पर वे भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनकर लौट रहे हैं। विराट ने 48 टेस्ट मैचों में 28 जीत के साथ महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया है। वे अब टेस्ट में सबसे अधिक जीत दर्ज करने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं।