अशाेक यादव, लखनऊ। भारत का राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद का 6.9 प्रतिशत रहेगा और इसे अगले वित्त वर्ष में 6.4 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य तय किया गया है।
इससे पहले चालू वित्त वर्ष के दौरान राजकोषीय घाटा या आमदनी और खर्च के बीच का अंतर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मुकाबले 6.8 प्रतिशत पर रहने का अनुमान था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में आम बजट 2022-23 पेश करते हुए कहा कि चालू वर्ष के दौरान कुल खर्च 39.45 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जबकि कुल आय 22.84 लाख करोड़ रुपये रहेगी।