नई दिल्ली/पटना: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर लोजपा के नाराजगी की अटकलों के बीच पटना के बाद अब दिल्ली में सियासी पारा चढ़ने लगा है. आज सीट शेयरिंग के मुद्दे को लेकर लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और चिराग पासवान वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की. रामविलास और चिराग पासवान ने संसद भवन स्थित अरुण जेटली के कक्ष में मुलाकात की. मुलाकात के बाद लोजपा नेताओं के चेहरे पर संतुष्टि के भाव दिख रहे थे. हालांकि, बैठक कर बाहर निकले चिराग से जब पत्रकारों ने सवाल किया कि क्या सीट शेयरिंग पर बात बन गयी. इस पर चिराग ने कहा की सही समय आने पर सभी बातें सामने आयेगी. इससे पहले भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने रामविलरसा के साथ मुलाकात की. उसके बाद तीनों अरुण जेटली के पास निकल गये.
हालांकि, इस दौरान नित्यानंद राय से जब पत्रकारों ने सवाल कि तो वे यह कह कर निकल गये की रामविलास जी हमारे बड़े भाई हैं और मैं अक्सर इनसे मिलने आता रहता हूं. ज्ञात हो कि लोजपा को लेकर बीजेपी गंभीर दिख रही है. यही कारण है की भाजपा नेता पासवान के साथ लगातार मनाने में लगे हैं. वहीं दूसरी ओर यह भी चर्चा है कि एनडीए में शामिल प्रमुख घटक दल लोजपा को मनाने की कवायद में जुटी भाजपा के अब सीट शेयरिंग को लेकर किसी अंतिम निर्णय पर पहुंचने के लिए जदयू का सहारा लेगी. इसी कड़ी में उम्मीद जतायी जा रही है कि जदयू के प्रमुख नेता भी इस बैठक में शामिल हो सकते है. गौरतलब हो कि बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी आज दिल्ली देर शाम पहुंचेंगे. हालांकि, उनके बिहार में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एनडीए के किसी नेता से बातचीत की संभावना से पार्टी के एक प्रमुख नेता ने इन्कार किया है. इन सबके बीच दिल्ली में आज संभावित एनडीए के प्रमुख नेताओं के बीच संभावित बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.
इससे पहले गुरुवार को देर शाम भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान एवं उनके पुत्र चिराग पासवान की वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में दिल्ली में संपन्न हुई बैठक के बेनतीजा निकलने की चर्चा होती रही. बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जारी कलह के बीच गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आवास पर लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के साथ एक घंटे तक चली बैठक के बेनतीजा निकलने की बात सामने आयी. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी इसमें शामिल होने के लिए अमित शाह के आवास पर पहुंचे थे. मीडिया रिपोर्ट के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि लोजपा पिछली बार जितनी ही यानी सात सीटों पर दावा जता रही है. साथ ही एक राज्यसभा सीट भी मांग रही है. बताया जा रहा है कि राज्यसभा सीट का वादा होने पर लोकसभा सीटें कम भी हो सकती हैं.
हालांकि, बैठक के बाद किसी भी नेता ने कोई टिप्पणी नहीं की. बैठक के बाद बाहर निकलने नेताओं के चेहरों की गंभीरता से इस बात का अंदाजा लगाया रहा था कि कुछ और पेच भी फंसा हुआ हैं. रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए से अलग होने के बाद भी सीटों के बंटवारे में हो रही देरी पर लोजपा के लगातार दबाव के बाद भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुटी है. इसी कड़ी में लोजपा के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान की अघोषित चेतावनी के बाद सक्रिय हुई भाजपा ने गुरुवार को लोजपा नेताओं से संपर्क साधा. पहले पार्टी महासचिव व बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने रामविलास पासवान के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की. इस दौरान चिराग पासवान भी मौजूद रहे. यहां से यह सभी नेता भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर पहुंचे थे. लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर राफेल सौदे की सच्चाई के साथ नोटबंदी से हुए लाभ की जानकारी मांगी थी.
इसके साथ ही चिराग ने किसानों की कर्ज माफी और राष्ट्रीय युवा आयोग के गठन पर भी सरकार का रुख जानना चाहा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शाम दिल्ली जायेंगे. मुख्यमंत्री 23 को पटना लौटेंगे. सीएम नीतीश का यह दिल्ली दौरा किसी राजनीतिक नहीं है. सीएम 22 दिसंबर को अपने सलाहकार अंजनी कुमार सिंह की पुत्री अपूर्वा सृष्टि की शादी में शिरकत करेंगे. जदयू-भाजपा के 17-17 सीटों पर लड़ने का एलान पहले ही हो चुका है. भाजपा को तय करना है कि वह अपनी कौन-कौन सी सीटें छोड़ेगी. भाजपा-जदयू में कुछ सीटों की अदला-बदली भी होनी है. जदयू और भाजपा किन-किन सीटों पर लड़ेगी इस पर बात करने के लिए जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर अधिकृत हैं. प्रशांत किशोर और भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव तथा बिहार भाजपा नेतृत्व के बीच बातचीत में यह तय होना है.