मुंबई: जेट एयरवेज के पायलट्स और कैबिन स्टाफ की एयरलाइन के दोबारा कामयाबी से ऑपरेट करने को लेकर उम्मीदें कम होती जा रही हैं। वह अपने विकल्प पर विचार कर रहे हैं लेकिन पायलट्स और कैबिन क्रू के साथ अच्छे व्यवहार और सुविधाओं के कारण उनके लिए किसी अन्य डमेस्टिक एयरलाइन को चुनना मुश्किल हो रहा है। आपको बतां दें कि जेट एयरवेज की स्थिति बहुत खराब है। इसके स्टेकहोल्डर्स का एयरलाइन के रिवाइवल को लेकर विश्वास कम होता जा रहा है और लेंडर्स इसे और कर्ज देने से बच रहे हैं। इससे देश की इस पुरानी प्राइवेट एयरलाइन के कामकाज जारी रख पाने को लेकर अनिश्चितता बढ़ रही है।
जेट एयरवेज के कुछ पायलट्स और कैबिन क्रू ने बताया कि एयरलाइन के तीन महीने से अधिक से मुश्किल स्थिति में होने के बावजूद उनके लिए अन्य एयरलाइंस में जाना मुश्किल विकल्प है। इसका एक बड़ा कारण जेट एयरवेज का अपने एंप्लॉयीज के साथ अच्छा व्यवहार और सुविधाएं हैं। एक सीनियर कैप्टन ने अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया, श्पायलट्स के साथ एयरलाइन का व्यवहार बहुत अच्छा था। वर्क-लाइफ बैलेंस और सैलरी के लिहाज से कोई अन्य एयरलाइन जेट के करीब नहीं है। एयर इंडिया इसमें दूसरे स्थान पर है। विस्तारा का पायलट्स के साथ व्यवहार अच्छा है, लेकिन मामूली गलती होने पर भी वह सख्ती से पेश आती है।
उन्होंने कहा कि जेट एयरवेज के पास अगस्त में लगभग 2,000 पायलट थे और एयरलाइन के मुश्किल में होने की जानकारी फैलने के बावजूद मार्च तक केवल 300 पायलट ने इस्तीफा दिया था। कतर एयरवेज ने रविवार को मुंबई में इंटरव्यू आयोजित किया था और उसमें हिस्सा लेने के लिए लगभग 5000 कैबिन स्टाफ की नौकरी चाहने वाले पहुंचे थे। बजट एयरलाइन स्पाइसजेट जेट के पायलट्स और इंजिनियर्स को 30-40 फीसदी कम सैलरी पर जॉब की पेशकश कर रही है। स्पाइसजेट ने मंगलवार को सीनियर कैबिन क्रू और सुपरवाइजर के लिए भी इंटरव्यू किया। इसमें लगभग 200 उम्मीदवार शामिल हुए थे और इनमें से अधिकतर जेट से थे। स्पाइसजेट ने जेट के एंप्लॉयीज के सामने चुने जाने पर एक दिन में ज्वाइन करने की शर्त रखी है। जेट के पायलट्स ने पिछले सप्ताह दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट्स पर शांतिपूर्ण मार्च किए थे।