नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी सांसद वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने से संबंधित किसानों की दूसरी मांग को मान लेना चाहिए। शनिवार को गांधी ने प्रधानमंत्री की ओर से किये गए कृषि कानून वापस लेने की घोषणा का स्वागत करते हुए अपने पत्र में लिखा है कि किसानों की दूसरी मांग को स्वीकार करने से किसानों को एक बहुत बड़ा आर्थिक सुरक्षा चक्र मिल जायेगा।
उन्होंने लखीमपुर खीरी घटना की निष्पक्ष जांच कराने और इसमें घटना के आरोपित एक केन्द्रीय मंत्री पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की । गांधी ने पत्र में लिखा है कि देश के किसानों ने भीषण बारिश, तूफान और विपरीत मौसम का सामना करते हुए आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके से जारी रखा। इसके लिए किसानों को बधाई दी जानी चाहिए।
उन्होंने लिखा कि अगर कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला उचित समय पर कर लिया जाता तो उन 700 किसानों की जान बचाई जा सकती थी जिन्होंने इस आंदोलन की राह में अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
भाजपा सांसद ने किसान आंदोलन में मारे गए सभी 700 किसानों के लिए एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिए जाने की भी मांग की है जिससे पीड़ित परिवार आसानी से अपना जीवन गुजार सकें। उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन और किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए इस मुद्दे पर गांधी पूर्व में कई बार अपनी ही सरकार के खिलाफ मुखर होकर बोलते रहे हैं।