नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के 5वें चरण में 6 मई को 7 राज्यों की 51 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इनमें उत्तर प्रदेश की 14, मध्य प्रदेश की 7, बिहार की 5, राजस्थान की 13, झारखंड की 4, जम्मू-कश्मीर की 2, बंगाल की 7 सीटों पर मतदान होगा. यह चरण भी बीजेपी के लिए काफी अहम है क्योंकि इसमें ज्यादातर सीटें बीजेपी के खाते में हैं और सरकार बनाने के लिए इन सीटों को बचाए रखना पार्टी के लिए जरूरी होगा. इनमें उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी छोड़कर सभी सीटें बीजेपी के पास हैं.
वहीं राजस्थान की इन 13 सीटों को भी बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत ली थीं. इसी तरह मध्य प्रदेश की भी सभी 7 सीटें बीजेपी के ही खाते में आई थीं. इसी तरह बिहार की भी चारों सीटें बीजेपी ने ही जीती थीं. इस लिहाज से 5वें चरण का चुनाव भी बीजेपी के लिए कड़ा इम्तिहान है. उत्तर प्रदेश में सपा और बीएसपी का गठबंधन जहां कई सीटों पर बीजेपी के लिए खतरा बन गया है तो वहीं राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस में उत्साह दिख रहा है.
हालांकि जमीन पर बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे के दम पर तगड़ी टक्कर दे रही है. बात करें बिहार की यहां पर बीजेपी+जेडीयू+एलजेपी का गठबंधन वोट प्रतिशत के हिसाब से आगे है. इसी तरह झारखंड में भी बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन के बीच सीधे लड़ाई है. पिछले चुनाव में बीजेपी ने यहां पर 14 में से 13 सीटें जीती थीं. लेकिन इस बार पार्टी को राज्य सरकार को खिलाफ भी सत्ता विरोधी का लहर का सामना करना है. यहां पर दोनों पक्षों के बीच लड़ाई लगभग 50-50 है. वहीं बात करें पश्चिम बंगाल की तो बीजेपी को इस राज्य से बहुत उम्मीदें हैं.