मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में किसानों की कर्जमाफी को बड़ा मुद्दा बनाकर सत्ता में आई कमलनाथ सरकार ने इस लागू करने में पूरी तरह मुस्तैद है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि अगले महीने तक राज्य के 25 लाख किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। इसके लिए कमलनाथ सरकार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले ही जरूरी कार्यवाही कर रही है। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में मीडिया से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी। कमलनाथ ने कहा कि इतना ही नहीं जिन किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा, उनके नाम और वे किस गांव के रहने वाले हैं, उसे प्रकाशित कर चस्पा कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उस दिन मैं भाजपा द्वारा कर्जमाफी पर उठाए जा रहे सवालों के बारे में पूछूंगा। कमलनाथ ने कहा कि किसानों के कर्जमाफी की प्रक्रिया चल रही है।
राज्य में अब तक 50 लाख से ज्यादा किसानों के कर्जमाफी के आवेदन सरकार को मिल चुके हैं। इनमें शुरुआत में राष्ट्रीयकृत बैंकों के 2 लाख 27 हजार, सहकारी बैंकों के 18 लाख 34 हजार, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के 94 हजार किसान हैं, जिनका कर्ज माफ किया जाना है। भाजपा की टिकट पर पांच बार सांसद और मंत्री रहे रामकृष्ण कुसमरिया के कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा, “उन्होंने खुद बयां किया है कि भाजपा में बुजुर्गों की क्या हालत हो रही है। अभी तो यह ट्रेलर है, आगे-आगे देखिए क्या होता है।” बता दें कि कमलनाथ पहले भी इस बात का इशारा कर चुके हैं कि भाजपा के 6 से 7 विधायक ऐसे हैं जो उनके संपर्क में हैं। ये विधायक भाजपा में अपना भविष्य सुरक्षित नहीं देख रहे हैं।