नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन के साथ 1962 की लड़ाई में मातृभूमि की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सेना के रणबांकुरो के सम्मान में बनाए गए युद्ध स्मारक का अगले सप्ताह उद्घाटन करेंगे। सेना के एक अधिकारी के अनुसार 18 नवंबर को रेजांग ला की ऐतिहासिक लड़ाई की 59 वीं वर्षगांठ है और सिंह इस दिन के महत्व को याद करते हुए इस स्मारक का उद्घाटन करेंगे।
सेना के अनुसार रेजांग ला में पहले बना स्मारक छोटा था और अब इसका विस्तार कर इसे बड़ा तथा नया रूप दिया गया है। नवनिर्मित स्मारक में जून 2020 में चीनी सैनिकों के साथ गलवान घाटी में हुई झड़प में शहीद हुए सेना के 20 जांबाज सैनिकों के नाम भी शामिल किए गए हैं।
रक्षा मंत्री इस दौरान वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति का भी जायजा लेंगे और शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ चर्चा भी करेंगे। उनके साथ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारी भी रहेंगे। चीन के साथ 1962 में लड़ाई के दौरान सेना की 13वीं कुमाऊं रेजिमेंट के रणबांकुरों रेजांग ला में चीनी सेना के साथ डटकर लोहा लिया था ।
इस लड़ाई में सेना के 100 से भी अधिक जवान शहीद हुए थे और उनका नेतृत्व कर रहे मेजर शैतान सिंह को मरणोपरांत वीरता के लिए दिए जाने वाले सर्वोच्च पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।