लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में आने के लिए नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन कोई वादा पूरा नहीं हुआ। उल्टे प्रधानमंत्री जी आंकड़ों के जरिए जनता को भटकाने का काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार के समय जिन बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिला था वह भी उनसे छीना जा रहा है। लाखों बेरोजगार दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर हैं। सत्ता के नशे में भाजपा सरकार संवेदनशून्य हो गई है।
अजीब हाल है कि जो नौजवान अपनी जायज मांग भी उठाते हैं उनके प्रति शासन-प्रशासन का रवैया पूर्णतया द्वेषपूर्ण है। रोजगार की मांग करने पर उन्हें लाठी-गोली का शिकार होना पड़ रहा है। फर्जी मुकदमें लगाकर जेल भेजा जा रहा है। गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री जी से मिलने जा रहे बीपीएड अभ्यर्थियों पर लाठियां चलीं। सैकड़ों शिक्षामित्र और बेरोजगार नौजवान आत्महत्या कर चुके है।
समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में उर्दू मोअल्लिम, पुलिस-पीएसी, शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी, रसोइयां, आशा बहू, ग्राम विकास अधिकारी, प्राइमरी एवं माध्यमिक शिक्षकों की बड़े पैमाने पर भर्तियां की थी। भाजपा ने सत्ता में आने पर अधिकांश भर्तियां रोक दी क्योंकि भाजपा रोजगार देना ही नहीं चाहती है। कई भर्तियां शुरू होने से पहले पेपरलीक होने के बहाने से रोक दी गई। नौजवानों की जिंदगी से भाजपा का यह खिलवाड़ लगातार जारी है।
अभी पिछले दिनों प्रधानमंत्री जी ने रोजगार सृजन की एक नई शैली ईजाद की। प्रधानमंत्री जी के अनुसार सन् 2017 में साढ़े सात लाख वाहन बिके उनमें यदि दो लाख का भी व्यवसायिक उपयोग हो तो प्रति गाड़ी दो व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा ही यानी चार लाख को रोजगार बैठे-बिठाए मिल गया।
प्रधानमंत्री जी के रोजगार सृजन का एक और रोचक आंकड़ा है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार में 12 करोड़ मुद्रा ऋण बांटे गए। इस तरह बकौल प्रधानमंत्री जी देश में 12 करोड़ लोग नया रोजगार पा गए। उनके साथ और कर्मचारियों को भी जोड़ लें तो लगेगा देश में बेरोजगारी खात्मे पर हैं। इन आंकड़ों की विश्वसनीयता पर विश्वास करना स्वयं अपने को धोखा देना होगा।
स्पष्ट है कि भाजपा की नीति और नीयत दोनों में गड़बड़ हैं। स्वयं प्रधानमंत्री जी के एक सहयोगी मंत्री ने पिछले दिनों यह बयान दिया था कि सन् 2014 में चूंकि भाजपा को केंद्र की सत्ता में आने की कोई उम्मीद नहीं थी इसलिए खूब लम्बे-चैड़े वादे कर जनता को भरमाया गया था। सच भी यही है कि भाजपा जनता को बहकाने की कला में माहिर है। लेकिन अब उसकी काठ की हांडी दुबारा चढ़नेवाली नहीं है। जनता सच्चाई जानने लगी है। वह अब सन् 2019 में धोखा नहीं खाएगी।
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