वाराणसी। लहरतारा-फुलवरिया फोर लेन मार्ग के निर्माण की गति थम सी गई है। कारण इस मार्ग पर बनने वाले तीन पुलों के रास्ते में अवैध निर्माण आड़े आ रहे हैं। ऐसे करीब 87 मकान हैं जिन्हे गिराना आसान नहीं होगा। हालांकि इस मसले पर डीएम सुरेंद्र सिंह ने पहल की है और सेना व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से रूट परिवर्तन का भी सुझाव दिया है। डीएम ने बातचीत में बताया कि इस फोर लेन के रास्ते में तीन पुल बनाए जाने हैं। इसी में एक पुल ऐसा है जिसके संपर्क मार्ग के आड़े आ रहे है कुछ अवैध निर्माण। बताया कि ये सेना की जमीन है जिस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर अवैध तरीके से अपना मकान बना लिया है। ऐसे में कुछ बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए सेना, सेतु निगम और पीडब्ल्यूडी के अफसरों को रूट परिवर्तन का भी सुझाव दिया है। बता दें कि डीएम फुलवरिया फोर लेन के निर्माण कार्य का जायजा लेने मौके पर गए थे। इसी दौरान ये समस्याएं उनके समक्ष रखी गईं।
इस दौरान बताया गया कि आबादी से अलग बी 1 श्रेणी की रक्षा भूमि है जिसमें अंग्रेजों की कब्रें स्थित हैं। ऐसे में इस कब्रिस्तान के रास्ते से पुल निर्माण के प्रस्ताव पर भी विचार करने की सलाह डीएम ने दी। उन्होंने संशोधित नक्शा और स्टिमेट तैयार कर जल्द भेजने को कहा ताकि इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो सके। उन्होंने बताया कि इस पूरी परियजना के तहत सेना की काफी जमीन ली जानी है, उनकी दो बाउंड्री शिफ्ट होनी है जिसमें से एक तो हो चुकी है और जमीन मिल गई है जिस पर काम शुरू करा दिया गया है। लेकिन अभी एक अन्य छोर से उनक बाउंड्री को कम करना है जो अब तक नहीं हो सका है। ऐसे में सेना के अधिकारियों को कहा है कि यह काम भी जल्द हो ताकि फोर लेन का काम जल्द से जल्द पूरा हो सके।