नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच पर उच्चतम न्यायालय द्वारा असंतोष प्रकट किए जाने के बाद सोमवार को कहा कि सर्वोच्च अदालत की टिप्पणी से साफ है कि न्याय के लिए स्वतंत्र जांच जरूरी है।
उन्होंने ट्वीट किया, ”लखीमपुर नरसंहार मामले में स्पष्ट है कि उप्र सरकार किसानों को कुचलने वालों के साथ खड़ी है। किसानों को कुचलने के मुख्य आरोपी के पिता (गृह राज्य मंत्री) को नरेंद्र मोदी जी का सरंक्षण प्राप्त है।” प्रियंका गांधी ने जोर देकर कहा, ”माननीय उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी से साफ है कि न्याय के लिए स्वतंत्र जांच होनी जरूरी है।”
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की जा रही जांच उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश की निगरानी में कराने का सोमवार को सुझाव दिया और कहा कि जांच उउकी अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो रही है।
लखीमपुर में तीन अक्टूबर किसानों के प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और गरिमा प्रसाद को शुक्रवार तक मामले पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।