लखनऊ। यूपी के लखीमपुर खीरी में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। आरोप है कि केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे ने गाड़ी से किसानों को रौंद दिया। जिससे तीन किसानों की मौत हो गई। भारतीय किसान यूनियन ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है।
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘लखीमपुर खीरी में आंदोलन कर रहे किसानों को गृह राज्य मंत्री टेनी के बेटे ने गाड़ी से रौंदा 3 किसानों की मौत, तेजेंद्र सिंह विर्क के भी घायल होने की सूचना है।
राकेश टिकैत गाजीपुर से निकल रहे हैं’ बताया जा रहा है कि किसानों ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का हेलीकॉप्टर उतरने से पहले हेलीपैड पर कब्जा कर लिया था।
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ‘कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है।
यूपी दंभी भाजपाइयों का जुल्म अब और नहीं सहेगा। यहीं हाल रहा तो प्रदेश में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे।
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया में ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर खीरी से दिल दहलाने वाली खबरें आ रहीं हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का काफिला आंदोलनकारी किसानों पर चढ़ा दिया गया। 2 किसानों की मौत हो गई और कई घायल हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर लिखा है कि लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मासूम किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, गोलियां तक चलाईं। 2 किसानों की जान गई है, कई घायल हैं। यह घटना दु:खद एवं शर्मनाक है। अराजकता और गुंडई के बल पर विरोध की आवाज को कुचलना भाजपा की हिटलरशाही है।
वहीं, कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI ने कहा कि किसान आंदोलन की हत्या करने में नाकाम होने के बाद अब भाजपा नेताओं की ओर से अन्नदाताओं की हत्या करने का काम शुरू कर दिया गया है। लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुआ ये नरसंहार बेहद दर्दनाक है, ये अन्नदाताओं नहीं अपितु लोकतंत्र की हत्या है।