अशाेक यादव, लखनऊ। सहारा समूह और सेबी के बीच विवाद से सहारा के कार्यकर्ता पिस रहे हैं। उन्हें समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है। हजारों परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। क्योंकि जब तक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) सहारा समूह से एम्बार्गो (व्यापार प्रतिरोध) समाप्त नहीं करता। इन कार्यकर्ताओं को भुगतान नहीं मिल सकता। इस बात से नाराज सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में प्रदर्शन कर सेबी से एम्बार्गो हटाने की मांग उठाई।
आलमबाग थाना क्षेत्र के ईको गार्डन में प्रदर्शन करने के बाद सैकड़ों सहारा कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आठ वर्ष से सहारा और सेबी का विवाद चल रहा है। जिसकी वजह से सेबी ने सहारा समूह पर एम्बार्गो लगा दिया है। जबकि सेबी ने उच्चतम न्यायालय में जो स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की है, उसमें स्पष्ट लिखा है कि सेबी को भुगतान के लिए कुल 19598 आवेदन मिले थे। जिसमें से 16633 निवेशकों को ब्याज समेत सेबी ने 125 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि अब सेबी के पास जमाधन मांगने वाला कोई निवेशक नहीं है। इसलिए सेबी को एम्बार्गो समाप्त कर देना चाहिए।
कार्यकर्ताओं ने मांग की कि सेबी के पास जमा समूह की 24 हजार करोड़ की धनराशि भी वापस की जाए। ताकि सहारा अपने कार्यकर्ताओं का भुगतान कर सके। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के माध्यम से सेबी को एक ज्ञापन भी दिया। जिसमें सेबी को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर एम्बार्गो हटाने की मांग की गई है।