अशाेक यादव, लखनऊ। संसद के शीतकालीन सत्र में विद्युत संशोधन विधेयक के प्रस्ताव के विरोध में उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारी बुधवार को राज्यव्यापी धरना प्रदर्शन करेंगे। 15 दिसंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।
विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि केंद्र सरकार निजीकरण की दृष्टि से इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2021 को संसद के शीतकालीन सत्र में रखने जा रही है।
जिसका बिजली कर्मियों और बिजली उपभोक्ताओं पर व्यापक प्रतिगामी प्रभाव पड़ने वाला है। बिल पर बिजली कर्मचारियों और बिजली उपभोक्ताओं से कोई राय नहीं ली गई है। केवल औद्योगिक घरानों से ही विचार विमर्श किया गया है।
सरकार की एकतरफा कार्रवाई से बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा है। बिजली कर्मियों की यह मांग है इलेक्ट्रिसिटी बिल 2021 को जल्दबाजी में संसद से पारित कराने के बजाय इसे बिजली मामलों की लोकसभा की स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाए। जिससे स्टैंडिंग कमेटी के समक्ष बिजली कर्मी और उपभोक्ता अपना पक्ष रख सकें।