अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित काकोरी क्षेत्र में हुए काकोरी ट्रेन कांड की 97वीं जयंती के मौके पर सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीदों को नमन किया।
लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक स्थल पर राज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों तथा विधायकों के साथ शहीदों को नमन करने के साथ उन सभी को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शहीदों के स्वजन को भी सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन की 97वीं वर्षगांठ पर मैं देश की स्वाधीनता के लिए स्वयं को बलिदान करने वाले अमर हुतात्माओं को कोटि-कोटि नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार फरवरी 2021 से आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उसी क्रम में आज काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर काकोरी शहीद स्मारक पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को अमृत महोत्सव के यही पंच सूत्र दिए हैं। उन्होंने अमृत महोत्सव के महत्व को बताते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से नई पीढ़ी उन सभी घटनाओं व क्रांतिकारियों की गतिविधियों से अवगत होगी व प्रेरणा लेगी जो अंग्रेजों से लड़ते हुए घटी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काकोरी एक्शन में 4600 रुपए की लूट का सच सामने लाने के लिए अंग्रेजों ने 10 लाख खर्च किये थे। इससे पता चल सकता है अंग्रेज कितने दमनकारी थे।
काकोरी एक्शन की कहानी हमें सदैव इस बात का अहसास कराती है कि देश की स्वाधीनता से बढक़र कुछ नहीं। हर भारतीय का यह दायित्व है कि हम देश की इस आजादी को हर हाल में सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को सभी क्रांतिकारियों के बलिदान व त्याग से प्रेरणा लेनी चाहये। आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव की शृंखला के तहत काकोरी रेल घटना की वर्षगांठ का भी आयोजन किया जा रहा है।
इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी घटना की वर्षगांठ पर लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि दी। लखनऊ की मैंगो बेल्ट के रूप में विख्यात काकोरी क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के समीप निर्मित के काकोरी के शहीद स्मारक इस आयोजन में शहीदों की वीर गाथा ओपन थियेटर में दिखाई गई और शहीदों की याद में प्रभात फेरी भी निकाली गई। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, ब्रजेश पाठक, डॉ. महेंद्र सिंह, आशुतोष टंडन श्गोपाल जीश् तथा विधायक जया देवी भी थे।