अशाेेेक यादव, लखनऊ। प्रदेश में अगले 15 दिनों तक स्मार्ट मीटर लगाने पर पाबंदी लगा दी गई है। पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक एम. देवराज ने गुरुवार को ईईएसएल के कार्यपालक उपाध्यक्ष को पत्र लिखा है। प्रदेश में करीब 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। अभी तक लखनऊ, बनारस, मेरठ सहित प्रदेशभर में लगभग 12 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
गौरतलब है कि जन्माष्टमी के दिन यानि 12 अगस्त को बिजली बिल जमा होने के बावजूद अचानक लाखों कनेक्शन कट गये थे। लखनऊ में भी करीब एक लाख कनेक्शन कट गये थे, जिसमें कई मंत्रियों और विधायकों के घर भी शामिल थे। मामला गंभीर होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रकरण की जांच एसटीएफ से कराने का आदेश दिया। वहीं निमायक आयोग ने भी यूपीपीसीएल से जवाब मांगा है।
ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष अरविंद कुमार को निर्देश दिया है कि भविष्य में प्रदेश में सिर्फ उच्च व अत्याधुनिक तकनीक के स्मार्ट मीटर लगाए जाएं। जिससे किसी प्रकार की छेड़छाड़ न की जा सके।
बिजली विभाग की ओर से पूरानी तकनीक आधारित स्मार्ट मीटर 2जी और 3जी लगाने पर लगी रोक से उपभोक्ता परिषद को कुछ राहत मिली है। उपभोक्ता परिषद ने कहा एक बार फिर उपभोक्ताओ की जीत हुई है और इसके लिए प्रदेश के उपभोक्ता ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा जी का आभारी हैं।
पूरे प्रदेश में खरीदे जा रहे लगभग 40 लाख स्मार्ट मीटर जिसकी कुल प्रोजेक्ट लागत लगभग 1927 करोड़ है। जिसका विरोध उपभोक्ता परिषद कर रहा था। उपभोक्ता परिषद का कहना था कि 2जी व 3जी आधारित मीटर उपभोक्ताओं को देने का क्या मतलब है जब 4 जी जमाना चल रहा है।
बता दें कि दो दिन पूर्व प्रदेश के उपभोक्ताओं की पीड़ा को लेकर उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने प्रदेश के ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा से मुलाकात कर पुरानी टेक्नोलाजी 2 जी और 3 जी पर आधारित स्मार्ट मीटरों को लगाने पर पूर्णतया रोक लगाने की मांग करते हुए केवल उच्च अत्याधुनिक तकनीकी के स्मार्ट मीटर लगाने की मांग की गयी थी।