अशाेक यादव, लखनऊ। राजधानी में त्योहारों के अवसर पर लोग लपरवाह होकर खरीददारी के लिए घरों से निकल रहे हैं, न किसी के चेहरे पर मास्क दिखा और न ही कहीं समाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है। लखनऊ के हर छोटे बडें बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ी रही।
लोग तरह-तरह के घरेलु समान और परिजानों के लिए उपहार खरीदने के लिए बाहर निकल रहे हैं। गहने और कपड़ों की दूकानों पर ग्रहकों की लम्बी लाइन लगी रही, पर न तो दुकानदार और न ही समान खरीदने आए लोगों में कोविड प्रोटोकाल के प्रति किसी भी तरह की सजगता दिखी।
विदेशों में बढ़ते कोरोना के केस को लेकर प्रदेश सरकार और प्रशासन लोगों से कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की हिदायत दे रहें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कोरोना संक्रमण का खतरा पूरी तरह से टला नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सर्तक रहने की जरूरत हैं। मगर राजधानी के लोग इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। जगह-जगह कोविड प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
विशेषज्ञों ने बताया है की त्योहारों के दौरान संक्रमण बढने का खतरा ज्यादा होता हैं। इसलिए इस समय लोगों को सर्तक रहने की अधिक आवश्यकता होती है।