अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर रखे बीजेपी के झंडे को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विपक्ष के कई नेताओं ने इस पर सवाल उठाए हैं। अंतिम दर्शन के दौरान उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे से ढका गया था, लेकिन बाद में तिरंगे के ऊपर बीजेपी का झंडा भी रख दिया गया। यूथ कांग्रेस ने इसे तिरंगे का अपमान बताया है। शनिवार को कल्याण सिंह का एक लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। वो 89 साल के थे।
कांग्रेस के यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने ट्वीट कर लिखा है, ‘क्या नए भारत में भारतीय ध्वज पर पार्टी का झंडा लगाना ठीक है। वही तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने भी आलोचना की है। उन्होंने कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन वाली तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना क्या मातृभूमि का सम्मान करने का नया तरीका है? रॉय ने ट्विटर पर जो फोटो शेयर की है उसमें बीजेपी के कई नेता दिख रहे हैं। इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह दिख रहे हैं। कांग्रेस के शशि थरूर ने भी आलोचना की है।
उन्होंने लिखा है कि राष्ट्रगान के दौरान दिल पर हाथ रखने के चलते उन्हें चार साल तक अदालती मुकदमा लडऩा पड़ा था। उन्होंने आगे लिखा है कि राष्ट्र को ये बताया जाना चाहिए कि सत्तारूढ़ दल इस बारे में कैसा महसूस करता है। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘देश से ऊपर पार्टी, तिरंगे के ऊपर झंडा। बीजेपी को हमेशा की तरह कोई पछतावा नहीं, कोई पश्चाताप नहीं, कोई दुख नहीं।मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक और 23 अगस्त को उनके अंतिम संस्कार के दिन प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की है।