अशाेक यादव, लखनऊ। कोरोना संक्रमण से मृतकों के आश्रितों को 50 हजार की आर्थिक सहायता की केंद्र सरकार की घोषणा धरातल पर नहीं उतर पायी है। कोरोना संक्रमण से अपनों को खोने वाले परिवार आर्थिक सहायता पाने के लिए कलेक्ट्रेट के चक्कर लगाकर परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर आर्थिक मदद का आदेश अभी तक अफसरों तक नहीं पहुंचा है।
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को हलफनामा दायर कर यह कहा था कि कोरोना से मौत होने पर परिवार को 50 हजार रुपये मुआवजा मिलेगा। यह धनराशि सभी राज्यों द्वारा स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड से देने की बात कही गयी है। यह खबर फैलते ही लोग इसकी जानकारी करने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यालय पहुंच रहे हैं। राजधानी में कलेक्ट्रेट स्थित तृतीय तल पर विभाग के कार्यालय में कोरोना से मृतक परिवारों के आश्रित रोजाना बड़ी संख्या में जानकारी करने पहुंच रहे हैं।
गोमती नगर निवासी ज्योति पांडेय के पिता प्रेम कुमार पांडेय का पोस्ट कोविड के बाद निमोनिया से निधन हो गया था। सोमवार को ज्योति आर्थिक सहायता की जानकारी करने कलेक्ट्रेट पहुंची को प्रभारी अधिकारी आपदा प्रदीप कुमार यादव ने उन्हें बताया कि अभी तक इस संबंध में कोई भी लिखित आदेश नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि अभी गाइडलाइन का भी पता नहीं है। कौन विभाग इसमें कार्य करेगा यह भी पता नहीं है।