लखनऊ। सेना सेवा कोर का 258वाॅं स्थापना दिवस लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान मुख्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मध्य कमान के वरिश्ठत एएससी सैन्यधिकारी मेजर जनरल जनरल पीपी सिंह ने मध्य कमान के युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। सेना सेवा कोर को भारतीय सेना की सबसे बड़ी एवं पुरानी प्रशासनिक सेवा के रूप में जाना जाता है। इसे सशस्त्र बलों की लाॅजिस्टिक्स मेरूदंड माना जाता है, जिसका मुख्य दायित्व देश में तैनात सैन्य फार्मेशनों के लिए राशन, पेट्रोलियम उत्पाद, हवाई रखरखाव,मैकेनिकल ट्रांसपोर्ट व पशु परिवहन उपलब्ध कराना है।
यह कोर आधुनिक, सूचना तकनीकी एवं नेटवर्क सेन्ट्कि आॅर्गनाइजेशन के रूप में विकसित करने सतत कार्यरत है। इस कोर ने प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध के अभियानों सहित मरूस्थलों, बर्फीले पहाड़ियों, दुर्गम क्षेत्रों व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में लड़ाइयों में भाग लिया है स्वतंत्रता के बाद सेना सेवा कोर ने कश्मीर, नागालैंड, वर्ष 1962 में लद्दाख एवं नेफा में चीन के विरूद्ध, वर्ष 1965 एवं 1971 में पाकिस्तान के विरूद्ध सहित कई लड़ाइयों में भाग लिया है। इसके अतिरिक्त कोर नें श्रीलंका में भारतीय शांति सेना आॅपरेशन, आॅपरेशन विजय एवं आॅपरेशन पराक्रम में भी भाग लिया है।
सेना सेवा कोर को संयुक्त राष्ट् संघ के तहत कोरिया, मिस्र, कांगो, मोजांबिक, सोमालिया, सूडान सहित अन्य संगठनों जिनमें इम्टी एवं सीमा सड़क संगठन शामिल है, में सेवा करने का सुअवसर भी मिला है। मध्य कमान के सेनाध्यक्ष ले0 जनरल अभय कृष्णा ने युद्ध एवं शांति के दौरान एएससी सैन्यकर्मियों की अहम भूमिका की सराहना की। ले0 जनरल कृष्णा ने कोर के 258वें स्थापना दिवस पर कोर के सभी सेवारत एवं सेवानिवृत सैन्य अधिकारियों, जूनियर कमीशन अधिकारियों, अन्य रैंकों के जवानों, सैन्यकर्मियों एवं उनके परिजनों को भेजे अपने संदेश में हार्दिक शुभकामनाएं दी।