अशाेक यादव, लखनऊ। आजादी को लेकर एक्ट्रेस कंगना रनौत के दिए बयान के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। प्रदेश के कई जिलों में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। राजधानी में भी कोंग्रेस प्रदेश कार्यालय में सेवा दल ने कंगना रनौत का पुतला फूंक कर अपना विरोध प्रदर्शन जताया।
कंगना रनौत ने एक कार्यक्रम के दौरान आजादी को लेकर एक विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा कि 1947 में मिली आजादी भीख थी, देश को असली आजादी तो साल 2014 में मिली है। इस बयान के बाद से कंगना का जगह-जगह विरोध हो रहा है। बता दें कि हाल ही में कंगना को राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया था।
कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रमोद पांडे ने कहा कि जिस प्रकार से एक टेलीविजन शो पर कंगना रानौत ने कहा 1947 में आजादी भीख में मिली हमें असल आजादी 2014 में मिली वह अभी तक सोई हुई थी क्या , लानत है ऐसी सोच पर निंदा करता हूं ऐसी सोच पर।
उन्होंने उस पल का अपमान किया है। जब भारत की आजादी 1947 में मध्य रात्रि में पंडित नेहरू के हाथों से लाल किले की प्राचीर से यूनियन जैक उतर रहा था, और भारत का झंडा चढ़ रहा था।
कंगना ने उस पल का अपमान किया है। उन्होंने 1857 की क्रांति में शहीद हुए जवानों का अपमान किया है, जिन्होंने देश के लिए अपनी शहादत दे दी। इसलिए कंगना रनौत के बयान पर कांग्रेस पार्टी यह मांग करती है कि उनको दिया गया पदमश्री अवार्ड वापस लिया जाए और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा लिखा जाए।