लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि रोडशो व जगह-जगह पूजा-पाठ एक नया चुनावी फैशन बन गया है, जिस पर भारी खर्चा किया जाता है। आयोग द्वारा उस खर्चे को प्रत्याशी के खर्च में शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी पार्टी द्वारा प्रत्याशी के समर्थन में रोडशो किया जाता है तो उसे भी पार्टी के खर्च में शामिल किया जाना चाहिए। साथ ही किसी भी प्रत्याशी को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव प्रचार पर बैन लगाने के दौरान यदि वह आम स्थान पर मंदिरों में जाकर पूजा-पाठ करता है व उसे मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाता है तो उस पर भी रोक लगनी चाहिए। आयोग इस पर भी कुछ कदम जरूर उठाए।
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा जनता को वरगलाने के लिए देश ने अब तक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चैकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए। जनता ने ऐसे बहरुपियों से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं। ऐसा साफ लगता है। मायावती ने कहा कि मोदी सरकार की नैया डूब रही है। इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है। इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं, जिससे मोदी के पसीने छूट रहे हैं।