जौनपुर। सरायख्वाजा थाना पुलिस ने सफाई कर्मी राजेश यादव हत्याकांड का तीसरे दिन खुलासा कर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। हत्या मकान खरीदने के लिए दिए गए रुपये वापस मांगने के ही चलते की गई थी। पूछताछ में आरोपितों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपितों का चालान कर दिया। पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र ने सोमवार को पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों को बताया कि वारदात के बाद से ही छानबीन में जुटे थानाध्यक्ष रमेश यादव ने प्रकाश में आए चार आरोपितों को मुखबिर की सूचना पर रविवार की शाम कुहिया नहर पुलिया के पास से उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वे कहीं भागने की फिराक में थे। पकड़े गए आरोपित जीशान निवासी मल्हनी, प्रशांत उर्फ लाला, अरशद व अमलेश कुमार मौर्य उर्फ बबलू निवासी बबरखां थाना सरायख्वाजा हैं। आरोपितों को एसपी ने मीडिया के सामने पेश कर पूछताछ की।
बताया कि बबलू मौर्या ने मल्हनी बाजार में पोस्ट आफिस के बगल में प्रकाश चंद हलवाई से मकान खरीदा था। राजेश यादव निवासी उत्तरपट्टी ने उसी मकान को खरीदने के लिए बबलू मौर्या को आठ-नौ लाख रुपये दे चुका था। बबलू मौर्या ने मकान गत 22 जून को चंदन हलवाई को बेच दिया। इसकी जानकारी होने पर राजेश बबलू से रुपये वापस मांगने लगा। बबलू टालमटोल करने लगा। बार-बार तकादा किए जाने पर बबलू ने उसका काम तमाम करने की योजना बना डाली। 19 जुलाई की शाम बबलू के साथी अरशद ने फोन कर राजेश को रुपये वापस लेने के लिए मल्हनी बाजार बुलाया। चारों ने मनवल गांव ले जाकर राजेश की गला रेतकर हत्या कर दी और लाश चकमार्ग किनारे फेंक दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपितों के पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू व मृतक का मोबाइल फोन बरामद हो गया है।