नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को एक लाख करोड़ रुपये के अनुबंध देने से संबंधित दस्तावेज संसद में पेश करने की चुनौती देते हुए आज कहा कि इसमें विफल रहने पर उन्हेें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। गांधी ने ट्वीट किया,“जब आप झूठ बोलते हो तो उसे ढकने के लिये आपको और ज्यादा झूठ बोलने पड़ते हैं। रक्षामंत्री ने प्रधानमंत्री के राफेल झूठ को सही ठहराते हुए हुए संसद में झूठ बोला है। कल, रक्षामंत्री को एचएएल को एक लाख करोड़ रुपए के अनुबंध देने से संबंधित दस्तावेज संसद में रखने चाहिए अन्यथा पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।”इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने एचएएल को राफेल सौदे में शामिल नहीं करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्हें देश के भले बुरे की कोई चिंता नहीं है।
गांधी ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर प्रधानमंत्री का नाम लिये बगैर लिखा,“एचएएल के पास वेतन तक देने के पैसे नहीं हैं, इससे किसी को भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए। राफेल तो दे ही दिया था, अब काम पूरा करने के लिए सूट-बूट वाले दोस्त को लोगों की जरूरत है जो एचएएल के पास है, बिना एचएएल को कमजोर किए ये वाला काम तो हो नहीं सकता?” कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया,“ चैकीदार बस अपनी दोस्ती निभा रहा है, देश के भले-बुरे से उसे क्या मतलब.. दोस्ती बनी रहे बस!”इस बीच कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का झूठ सामने आ गया है। रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि एचएएल को एक लाख करोड़ रुपये के ठेके दिये गये हैं। सुरजेवाला ने ट्वीट किया,“ एचएएल का कहना है कि एक भी पैसा नहीं आया है। एक भी पैसे के अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं किये गये हैं।” कांग्रेस नेता ने कहा कि एचएएल को पहली बार वेतन देने के लिये एक हजार करोड़ रुपये का ऋण लेना पड़ा है।