नई दिल्ली: राहुल गांधी के ‘हिंदू’ वाले बयान की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने निंदा की है. उन्होंने जयपुर में कहा कि राहुल गांधी के बयान के बाद अब ऐसा लगने लगा है कि जनेऊधारी ब्राह्मण का ज्ञान इतना बढ़ गया है कि हम हिंदू होने का मतलब उनसे सीखेंगे. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि वह दिन कभी न आए जब हमें हिंदू होने का मतलब राहुल गांधी से समझना पड़े. बता दें कि राहुल गांधी ने उदयपुर में कारोबारियों को संबोधित करते हुए हिंदू होने को लेकर पीएम मोदी की समझ पर सवाल खड़े किए थे. साथ ही उन्होनें कहा था कि मोदी जी खुदको हिंदू तो कहते हैं लेकिन उन्हें सही मायनों में हिंदू होने का मतलब नहीं पता. वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि वह राजनीति के लिए ही हिंदू हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की सबसे बड़ी दिक्कत है कि अपने हिंदू होने के लेकर शुरू से ही दुविधा में हैं. वह जगह के हिसाब से खुदको अपनी पहचान बदलते रहते हैं. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब राहुल गांधी गुजरात गए तो वहां उन्होंने खुदको शिव भक्त गांधी बताया, बाद में जब वह राजस्थान गए तो वहां उन्होंने खुदको कौल ब्राह्मन गांधी बताना शुरू कर दिया.
वह एक प्रतिबद्ध हिंदू नहीं हैं वह सिर्फ राजनीति के लिए खुदको हिंदू बताते हैं. बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी पर हमला बोला हो. इससे पहले राजस्थान के नागौर में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को भारत माता की जय कहने में शर्म आती है. ये सोनिया माता की जयकार कर गौरवान्वित होते हैं. राजस्थान में बीजेपी की जीत का दावा करते हुए अमित शाह ने कहा कि ये भैरोंसिंह शेखावत जी और सुंदर सिंह भंडारी जी की भूमि है. यहां भाजपा सरकार अंगद का पांव है उसको कोई हिला नहीं सकता. बड़े बहुमत के साथ भाजपा की सरकार आने वाली है. अमित शाह ने कहा था कि आज इंडियन एक्सप्रेस के फ्रंट पेज पर एक खबर कहती है कि एक कंपनी ने हजारों करोड़ों के लोन लिए और इसका कमीशन नेहरू परिवार के दामाद के पास गया जिसने 150 हेक्टेयर जमीन खरीदी. मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि अब क्या वह जवाब दे सकते हैं? नागौर में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने वोटरों से कहा था कि ‘आपको कांग्रेस और भाजपा के बीच में निर्णय करना है एक ओर मोदी जी और वसुंधरा राजे के नेत्रित्व में देश भक्तों की टोली जैसी भाजपा खड़ी है और दूसरी ओर ना नेता है, ना नीति है और ना सिद्धांत है. ऐसी राहुल बाबा की टीम खड़ी है. फैसला आपको करना है.’