लॉस एंजलिस: अमेरिका में होने वाले अगले राष्ट्रपति चुनावों में भारतीय मूल की पहली सीनेटर कमला हैरिस ने ट्रंप को टक्कर देने की आधिकारिक घोषणा कर दी है। कमला ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी पेश कर दी है। उनसे पहले अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड भी डेमोक्रेटिक की तरफ से अपनी उम्मीदवारी पेश कर चुकी हैं। कमला ने मार्टिन लूथर किंग जूनियर की 90वीं जयंती के मौके पर एक वीडियो जारी कर अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की। हैरिस ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने वाली हूं। इसे लेकर मैं बहुत उत्साहित भी हूं। कमला ने कहा कि वे देश में न्याय, गरिमा और एकरुपता को ध्यान में रखेंगी। जनता की खुशहाली के लिए काम करेंगी। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी मूल्यों के लिए एकजुट होकर हमें साथ खड़ा होना है, ताकि अपने भविष्य को बेहद खुशहाल बनाया जा सके।’ उम्मीदवार बनने के लिए भी 54 साल की कमला को प्राइमरी चुनावों में जीत हासिल करनी होगी।
इस दौरान उनका मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी के कम से कम 12 सांसदों के साथ हो सकता है। अमेरिकी मीडिया ग्रुप पॉलिटिको की रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर 2018 में कराए गए डेमोक्रेटिक वोटर्स पोल में कमला को राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप के खिलाफ पांचवीं पसंदीदा नॉमिनी माना गया था। पोल में पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन का नाम सबसे आगे था। ओबामा शासन के दौरान कमला ‘फीमेल ओबामा’ के नाम से लोकप्रिय थीं। उन्हें ओबामा का करीबी माना जाता है। 2016 में सीनेट के चुनाव अभियान में ओबामा ने कमला को सपोर्ट किया था। वे 2016 में अमेरिकी संसद के उच्च सदन (सीनेट) के लिए निर्वाचित हुई थीं। इस जीत के साथ ही वे सीनेट में पहुंचने वाली भारतीय मूल की पहली और इकलौती महिला सांसद बन गई थीं कमला 2011 से 2017 तक कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल भी रह चुकी हैं। उनका जन्म कैलिफोर्निया के ही ऑकलैंड में हुआ। उनकी मां श्यामला गोपालन 1960 में चेन्नई छोड़कर अमेरिका में बस गई थीं। वे कैंसर रिसर्चर थीं।