नई दिल्ली: सीएम मनोहर लाल खट्टर का राम मंदिर को लेकर बयान सामने आया है। सीएम खट्टर ने कड़े शब्दों में कहा कि अगर इस मामले को लेकर आपसी सहमति नहीं बनती तो इस मामले को कोर्ट में भेजा जाएगा, जिसके बाद कोर्ट इस पर फैसला करेंगा। उनका ये भी कहना है कि राम जन भूमी पर ही मंदिर को बनाया जाना चाहिए। क्योकि मंदिर को लेकर अध्यादेश की कोई गुंजाइश नहीं होती है। सीएम खट्टर ने कहा कि राम की जन्मस्थली आयोध्या में आपसी सहमति से राम मंदिर का ही निर्माण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर आपसी सहमति से बात नहीं बनती है तो फिर उच्चतम न्यायालय इस मुद्दे पर अपना फैसला सुनाये। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा राम मंदिर निर्माण पर अध्यादेश लाने की बात जो मीडिया में चल रही है, वह पूरी तरह से बेबुनियाद है। आपसी सहमति से इसका निर्णय हो और राम की जन्मस्थली पर केवल राम मंदिर बने। सीएम खट्टर ने कहा कि राम की जन्मस्थली आयोध्या में आपसी सहमति से राम मंदिर का ही निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आपसी सहमति से बात नहीं बनती है तो फिर उच्चतम न्यायालय इस मुद्दे पर अपना फैसला सुनाये।