वाराणसी: रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने वाराणसी सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता में कहा कि उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा व 403 विधानसभा सीट है जबकि जनसंख्या बहुत अधिक है। ऐसे में प्रदेश को बांटकर दो राज्य बना दिया जाय जिसमें एक पूर्वांचल राज्य हो जिसकी राजधानी वाराणसी बने। कहा कि इसके लिए बहुत जल्द ही पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर ज्ञापन सौपेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के अंदर देश को चलाने की क्षमता नहीं है। जो अपनी पार्टी नहीं चला सकता वह देश कैसे चलाएगा। कहा कि प्रियंका वाड्रा प्रहार तो कर रहीं हैं लेकिन सरकार तक् पहुंचने से पहले ही बाईपास हो जा रहा है। कहा कि बसपा के लोग मेरी पार्टी में आना कहते हैं। बहुत से बसपा कार्यकर्ताओं व नेता ने संपर्क किया है। साफ है कि अम्बेडकर का सपना जिसको पूरा करना है। वह मेरे साथ आएगा और जिसको मायावती का सपना पूरा करना है वह उनके साथ जाएगा। कहा कि महाराष्ट्र में मेरी पार्टी ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है। 2022 के विधानसभा चुनाव में मेरी पार्टी उत्तर प्रदेश में भी एनडीए के सहयोगी दल के तौर पर चुनाव लड़ना चाहती है। इस मौके पर अठावले ने केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न मंत्रालय के माध्यम से चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रगति की समीक्षा भी अफसरों संग बैठक में की। इस दौरान आठवले समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण, दिव्यांगजन विभाग के साथ साथ केंद्र सरकार की मुद्रा, उज्जवला, आयुष्मान, स्टार्टअप सहित कई योजनाओं के वाराणसी मंडल के अधिकारियों के साथ समीक्षा की।
रविवार को दोपहर में विमान द्वारा मुंबई से वाराणसी पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले का एयरपोर्ट पर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेताओं कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। उसके बाद वे सिसवां स्थित अरुण मिश्रा बबलू के आवास पर गए जहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बार बार घुसपैठ कर रहा है और यदि भारत एक बार घुस गया तो पाकिस्तान नहीं बचेगा और पूरे पाकिस्तान को बाहर लेकर निकालेगा। मैंने मांग किया कि इमरान खान क्रिकेट के खिलाडी रहे हैं और कैप्टन रहे हैं। अब उन्हें पाकिस्तान का कैप्टन बनने का मौका उनको मिला है और उन्हें शांति से काम करने की आवश्यकता है। आज कुछ कश्मीर पाकिस्तान के पास और बाकी हमलोगों के पास हो ऐसा नहीं होना चाहिए, पूरा कश्मीर हमें चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है और यहां की सड़कें बदल चुकी है और चहुंओर विकास देखने को मिल रहा है।