पणजी: कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि उसे संसद में राफेल करार के मुद्दे पर चर्चा करने में कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन ऐसा तभी हो सकता है जब एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) इसकी जांच कर तथ्यों को इकट्ठा करे. यहां पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयपाल रेड्डी ने कहा कि 2019 में जब उनकी पार्टी सत्ता में आयेगी तो वह राफेल करार की जांच करायेगी. उन्होंने कहा, हम चर्चा के लिए तैयार हैं. हमें कुछ तथ्य इकट्ठा करने हैं और यह जेपीसी द्वारा ही किया जा सकता है. जेपीसी तथ्यों को इकट्ठा करने का काम करती है. हमें तथ्य नहीं मालूम. तथ्यों के बारे में पूरी जानकारी हुए बगैर ही आप निष्कर्ष पर कैसे पहुंच सकते हैं.
रेड्डी इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि कांग्रेस इस मुद्दे पर संसद में चर्चा क्यों नहीं कर रही. उन्होंने कहा, (2019 के चुनावों में) जब हम सत्ता में आयेगे, हमें यकीन है कि हम आयेंगे, तो हम जांच करेंगे. लोगों को तथ्य जानने दें. राफेल करार पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का हवाला देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, जहां तक अदालत का सवाल है, उच्चतम न्यायालय ने तय किया कि उसे क्या करना है. हम (कांग्रेस) अदालत में नहीं हैं. उच्चतम न्यायालय का फैसला सीमित मुद्दे पर है. इस पर फिर से विचार हो सकता है.