उरई। राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. कंचन जायसवाल ने विकास भवन सभाकक्ष में महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों की निस्तारण की समीक्षा बैठक की। उन्होंने सर्वप्रथम पिछले माह जनसुनवाई के समय प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान बताया गया कि कुल आठ शिकायतें प्राप्त हुई थी जिनमें पांच का निस्तारण कर दिया गया। शेष पर कार्यवाही चल रही है। जनसुनवाई में कुल सात शिकायती पत्र प्राप्त हुए जिनको राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. कंचन जायसवाल द्वारा बड़ी गंभीरतापूर्वक सुनते हुए उसे मौके पर संबंधित अधिकारी को फोन करके निस्तारित किए जाने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने इस मौके पर महिला थानाध्यक्ष एवं आशा ज्योति (महिला हेल्पलाइन 181) की सुगमकर्ता को शिकायतों के निस्तारण हेतु बार-बार काउंसलिंग किए जाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने बैठक में आशा ज्योति की सुगमकताओं के कार्यों में शिथिलता पाए जाने पर उन्हें कड़ी फटकार लगाते हुए सचेत किया कि अगली जनसुनवाई में इस प्रकार की शिथिलता पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सुगमकर्ता को निर्देशित किया कि मौके पर जाकर समस्याओं का निस्तारण किए जाने का प्रयास करें। उन्होंने महिला हेल्पलाइन द्वारा पिछले माह प्राप्त सत्रह शिकायतों की भी समीक्षा की जिसमें बताया गया कि सभी का निस्तारण हो गया है। डा. कंचन जायसवाल ने उपस्थित अधिकारियों के निर्देशित करते हुए कहा कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
जिससे योजनाओं की आम जनमानस को जानकारी हो सके जिससे वह इन योजनाओं का लाभ उठा सकेें। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार महिला उत्पीडन रोकने के प्रति गंभीर है इसी उद्देश्य से माह के प्रथम अथवा तृतीय बुधवार को सभी जिलों में महिला उत्पीडन की रोकथाम हेतु बैठकेें आयोजित की जाती हैं। उन्होंने इस मौके पर विकास भवन में दस दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल वितरित की। इस अवसर पर समाज कल्याण अधिकारी जीआर प्रजापति, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार, जिला सूचना अधिकारी केवी मिश्रा एवं ललित कुमारी मौजूद रहे।