अशाेक यादव, लखनऊ। पुलिस महानिदेशक व महानिरीक्षकों का 56वां तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार को लखनऊ में आरंभ हुआ। शुभारंभ करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बेहतर तालमेल से ही आतंरिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटा जा सकता है। अगले दो दिन इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल रहेंगे। उनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी पहुंच रहे हैं।
गोमतीनगर के सिग्नेचर बिल्डिंग में पहली बार हाइब्रिड मोड में हो रहे सम्मेलन में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुख शामिल हैं। 350 अन्य अधिकारीगण विभिन्न राज्यों से वर्चुअली शामिल हो रहे हैं। दोपहर को पहुंचे गृहमंत्री ने कोविड काल में सुरक्षा बलों की भूमिका को सराहा। आसूचना ब्यूरो के अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस मेडल दिए। साथ ही दिल्ली के सदर बाजार, ओडिशा के गंगापुर और हरियाणा के भटटू कलां को देश के सर्वश्रेष्ठ तीन थानों की ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
गृहमंत्री ने कहा कि सम्मेलन में दिए गए सुझावों पर समयबद्ध तरीके से अमल करें। तटीय सुरक्षा, वामपंथी उग्रवाद, नारकोटिक्स, साइबर क्राइम तथा सीमा प्रबंधन जैसे सुरक्षा संबंधित विषयों पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने प्रभावी पुलिसिंग के लिए थानों और बीट स्तर पर सुधार की नसीहत दी। जेल सुधार, कट्टरवाद से मिल रही चुनौतियाें और पुलिस प्रशिक्षण जैसे विषयों पर चर्चा हुई। नेशनल इंटेलीजेंस ग्रिड ने भी सम्मेलन में एक प्रजेंटेशन देकर चुनौतियों को उजागर करने और उपायों की प्रस्तुति दी।
सम्मेलन में पहली बार आंतरिक सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए पुलिस महानिदेशकों को शामिल कर अनेक कोर ग्रुप बनाए गए। समसामयिक सुरक्षा मुद्दों पर राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के 200 से अधिक विभिन्न वरिष्ठ अफसरों के विचार मांगे गए।